उत्तर प्रदेश में गहराया बिजली संकट, मंत्री बोले कल तक होगा निदान

प्रदेशवासियों को बिजली कटौती से गुरुवार को भी निजात मिलती नहीं दिख रही है। इस बीच ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने दावा किया है कि 21 जुलाई से बिजली आपूर्ति की स्थिति सामान्य हो जाएगी।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Thu, 20 Jul 2017 01:06 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jul 2017 01:25 PM (IST)
उत्तर प्रदेश में गहराया बिजली संकट, मंत्री बोले कल तक होगा निदान
उत्तर प्रदेश में गहराया बिजली संकट, मंत्री बोले कल तक होगा निदान

लखनऊ (जेएनएन)। भीषण गर्मी में उपलब्धता घटने से राज्य में बिजली का संकट गहरा गया है। पावर कारपोरेशन की तमाम कोशिशों के कामयाब न होने से प्रदेशवासियों को बिजली कटौती से गुरुवार को भी निजात मिलती नहीं दिख रही है। इस बीच ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने दावा किया है कि 21 जुलाई से बिजली आपूर्ति की स्थिति सामान्य हो जाएगी।


दरअसल, मंगलवार को पावर ग्रिड कारपोरेशन की चंपा कुरूक्षेत्र ट्रांसमिशन लाइन के ट्रिप होने और नाफ्था झाकरी व करछम वाग्च्यू आदि जल विद्युत परियोजनाओं में सिल्ट आने से कुल 1700 मेगावाट बिजली राज्य को मिलना बंद हो गई। अन्य कई यूनिटों से भी बिजली न मिलने के कारण बिजली की मांग व उपलब्धता में ढाई हजार मेगावाट का अंतर होने से गांवों को 18 के बजाए 12 घंटे ही बिजली मिल पा रही है। तहसील व जिला मुख्यालयों को भी घंटों बिजली कटौती से जूझना पड़ रहा है। तय शेड्यूल से आपूर्ति के लिए जहां 18 हजार मेगावाट से ज्यादा बिजली चाहिए वहीं उपलब्धता 15 हजार मेगावाट ही है।


उपलब्धता घटने के कारण बिजली संकट पर ऊर्जामंत्री ने कहा कि एक दिन की और बात है। 21 जुलाई से बिजली आपूर्ति सामान्य हो जाएगी। उपलब्धता कम होने का असर सिर्फ गांवों पर ही न पड़े इसके लिए बिना भेदभाव के शहरों में भी कटौती कर संतुलन बनाने का प्रयास हो रहा है। मंत्री ने बताया कि बेहतर बिजली व्यवस्था के लिए ग्रिड की मौजूदा क्षमता को 18,200 मेगावाट तक बढ़ाया जा रहा है। बाहर से भी अतिरिक्त बिजली लेने के प्रयास किए जा रहे हैं। बिजली संकट को लेकर कारपोरेशन के अफसरों ने स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर में समीक्षा बैठक की।

पावर ग्र्रिड के सीएमडी एसके झा व केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय में अपर सचिव शालिनी प्रसाद से बात कर अतिरिक्त कारीडोर उपलब्ध कराने का अनुरोध भी किया गया। कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक विशाल चौहान ने बताया कि एक बार ही कटौती करने के निर्देश दिए गए हैं। चौहान के मुताबिक पावर एक्सचेंज सहित हर संभव माध्यम से अतिरिक्त बिजली जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

मायावती का इस्तीफा नौटंकी : सरकार के प्रवक्ता व ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने बसपा सुप्रीमो मायावती के राज्यसभा से इस्तीफे को नौटंकी की संज्ञा देते हुए कहा कि वह सुर्खियों में बनी रहने की कोशिश कर रही हैैं। उन्होंने सहारनपुर को जलाने का प्रयास किया। वह निचले स्तर की राजनीति न करें। वह हमेशा कांग्रेस के साथ रही हैैं।
 

ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि केंद्रीय जल विद्युत परियोजना और पॉवर ग्रिड में गड़बड़ी के चलते विद्युत आपूर्ति की कटौती करनी पड़ी है। सिर्फ गांवों पर प्रभाव न पड़े इसके लिए शहरों में कटौती कर संतुलन बनाने का प्रयास हो रहा है। 21 जुलाई तक आपूर्ति सामान्य हो जाएगी।
सचिवालय स्थित कार्यालय पर बिजली संकट के कारण स्पष्ट करते हुए मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 2000 मेगावाट बिजली की उपलब्धता प्रभावित होने के चलते कटौती हो रही है। बेहतर बिजली व्यवस्था के लिए ग्रिड की मौजूदा क्षमता 18,200 मेगावाट तक बढ़ाया जा रहा है। बाहर से मिलने वाली बिजली की उपलब्धता बढ़ाई जा रही है। श्रीकांत शर्मा ने बसपा सुप्रीमो मायावती के राज्यसभा से इस्तीफे को नौटंकी की संज्ञा देते हुए कहा कि वह सुर्खियों में बनी रहने की कोशिश कर रही हैैं। उन्होंने सहारनपुर को जलाने का प्रयास किया। वह निचले स्तर की राजनीति न करें। वह हमेशा कांग्रेस के साथ रही हैैं।

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