साबरमती और हुगली रिवर फ्रंट की तर्ज पर बनेगा लखनऊ में Dam, पहले फेज में खर्च होंगे 1,754.65 करोड़ रुपये
आइआइएम गेट से शहीद पथ तक बनने वाले बंधे के किनारे प्राधिकरण सार्वजनिक निजी साझेदारी (पीपीपी) करके कामर्शियल हब विकसित करेगा। इसके लिए बीस किमी. तक बंधे के लिए कम से कम 80 मीटर जमीन अधिगृहित की जाएगी।
लखनऊ, जेएनएन। गुजरात के साबरमती और कोलकाता के हुगली में बने रिवर फ्रंट की तर्ज पर गोमती किनारे बंधे को विकसित किया जाएगा। आइआइएम गेट से शहीद पथ तक बनने वाले बंधे के किनारे प्राधिकरण सार्वजनिक निजी साझेदारी (पीपीपी) करके कामर्शियल हब विकसित करेगा। इसके लिए बीस किमी. तक बंधे के लिए कम से कम 80 मीटर जमीन अधिगृहित की जाएगी। बंधा 24 मीटर चौड़ा होगा। जमीन अधिगृहित करने और निर्माण पर करीब 1,754.65 करोड़ रुपये पहले फेज पर खर्च होंगे। बीस किमी. पैच में 31 चौराहे होंगे। इनमें सात चौराहे बड़े होंगे। इन बिन्दुओं को लेकर मुख्य सचिव के सामने लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) ने प्रजेंटेशन दिया। मौके पर सिंचाई, लोक निर्माण विभाग, आवास, नगर विकास और प्राधिकरण के अफसर मौजूद रहे। कुल बंधा 27.146 किमी. बनेगा, जिस पर 2603.05 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी ने इसके लिए अर्बन मास ट्रांजिट कंपनी (यूएमटीसी) से भी नोडल एजेंसी आवास को सहयोग लेने के निर्देश दिए हैं। वहीं, डीपीआर बनाने के लिए कंसल्टेंट कंपनी का चयन करने के निर्देश दिए हैं।
पहले फेज इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट (आइआइएम) गेट से शहीद पथ के लिए प्रजेंटशन हुआ। अफसरों ने रिवर फ्रंट के किनारे पार्क विकसित करने की बात कही। 31 जंक्शन पर करीब सौ करोड़ खर्च आने की बात रखी गई। रिवर फ्रंट के किनारे पचास एकड़ में विकास कार्य कराने पर 150 से 200 करोड़ तक खर्च आएगा।
डीएम एवं लविप्रा उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने बताया कि दूसरे चरण में शहीद पथ से किसान पथ तक करीब 6.70 किमी. दूरी का बंधा होगा। इस पर करीब 750 करोड़ खर्च आएगा।
बंधा बनने से लाभ इकाना स्टेडियम से घैला की दूरी पांच किमी. कम होगी सफर में सिर्फ 25 मिनट लगेंगे, प्रति वर्ष 118.21 करोड़ ईंधन बचेगा आवासीय व कमर्शियल संपत्तियों के दाम बढ़ेंगे प्रदूषण पर नियंत्रण होगा
बंधे का निर्माण और खर्च
यहां होंगे बड़े चौराहे
चारबाग अग्निकांड के दोषियों की सूची 38 दिन से डंप
लविप्रा ने अगर दस साल पहले चारबाग में बने होटलों पर कार्रवाई की होती तो सात लोगों की जान नहीं गई होती। 23 दिसंबर 2010 में ही विहित प्राधिकरण ने होटल को गिराने की नोटिस जारी किया था। इन वर्षों में चारबाग स्थित मुन्नी लाल धर्मशाला रोड पर बने सरला रानी के एसएसजे इंटरनेशनल होटल पर कार्रवाई भी हो सकती थी। शासन की मांग पर तैनात रहे अभियंताओं की सूची भी लविप्रा 12 जनवरी 2021 को भेज चुका है, लेकिन 38 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।