CoronaVirus Lockdown in UP : अब राहत सामग्री देते फोटो नहीं खींचेंगे पुलिसकर्मी, निर्देश जारी

CoronaVirus Lockdown in UP पुलिसकर्मी अब किसी जरूरतमंद को खाद्य सामग्री देते हुए न तो उनकी फोटो खींचेंगे और न ही ऐसी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा करेंगे

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 08 Apr 2020 09:53 PM (IST) Updated:Wed, 08 Apr 2020 09:54 PM (IST)
CoronaVirus Lockdown in UP : अब राहत सामग्री देते फोटो नहीं खींचेंगे पुलिसकर्मी, निर्देश जारी
CoronaVirus Lockdown in UP : अब राहत सामग्री देते फोटो नहीं खींचेंगे पुलिसकर्मी, निर्देश जारी

लखनऊ, जेएनएन। CoronaVirus Lockdown in UP : पुलिसकर्मी अब किसी जरूरतमंद को खाद्य सामग्री देते हुए न तो उनकी फोटो खींचेंगे और न ही ऐसी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा करेंगे। एडीजी 112 असीम अरुण ने इसे लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं। 

अएडीजी 112 असीम अरुण ने सभी एसएसपी और एसपी के अलावा लखनऊ और नोएडा के पुलिस कमिश्नर को लिखे पत्र में कहा है कि 112 की पीआरवी के जरिये राहत सामग्री पहुंचाए जाने के दौरान जरूरतमंदों की फोटो खींची जाती है, जो सोशल मीडिया तक पहुंच जाती है। इसके चलते कई जरूरतमंद राहत समग्री लेने से कतराते हैं। ऐसी सूचनाएं मिली हैं कि कई लोग अपना चेहरा सार्वजनिक होने के डर से जरूरत के बाद भी राहत सामग्री नहीं ले रहे हैं। एडीजी ने संक्रमण के इस दौर में हर जरूरतमंद तक राहत पहुंचाने के लिए लोगों की तस्वीरें न खींचे जाने की बात कही है। सभी जिलों में पीआरवी कर्मियों को ऐसा न करने के लिए कहा गया है।

अपने घर के पास ड्यूटी करेंगे पीआरवी कर्मी

कोरोना की जंग में अगली कतार में खड़े पुलिसकर्मियों को अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखने की हिदायत के साथ ड्यूटी में कुछ सहूलियतें भी दी जा रही हैं। इस कड़ी में 112 नंबर की पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मियों को उनके घरों के पास ड्यूटी करने का मौका दिया जाएगा, ताकि वे अपनी ड्यूटी के साथ संक्रमण के इस काल में अपने परिवार का भी ध्यान रख सकें। एडीजी 112 असीम अरुण ने निर्देश दिया है कि जिलों में पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मियों को इस तरह से परिवर्तित किया जाए कि उनकी ड्यूटी घर के करीब हो। इससे वे ड्यूटी खत्म कर अपने परिवार की देखभाल भी आसानी से कर सकेंगे।

112 नंबर से 11,408 लोगों ने ली मदद

एडीजी 112 असीम अरुण ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान 112 नंबर से अब तब 11,408 लोगों की मदद की गई हैं। इसमें लोग अलग-अलग तरह की परेशानियां पुलिस से साझा कर रहे हैं। 112 के जरिए 5992 लोगों को खाद्य सामग्री पहुंचाने का काम किया गया। इसके अलावा 112 पर कोरोना के संदिग्धों के बारे में 927, भीड़ के एकत्रित होने की 886, कालाबाजारी की 128 व तय रेट से अधिक मूल्य पर सामान बेचे जाने की 260 सूचनाएं आईं। अन्य मदद के लिए भी 615 कॉल आई हैं।

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