Hello Doctor: बीपी के मरीजों में कोरोना से हो सकता है हार्ट फेल्योर, रखें सावधानी
दैनिक जागरण के कार्यक्रम हेलो डॉक्टर में केजीएमयू के फैमिली मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. नरसिंह वर्मा ने हाइपरटेंशन में कोरोना को लेकर रिस्क बताए।
लखनऊ, जेएनएन। अनियंत्रित डायबिटीज के मरीजों में इम्युनिटी कमजोर हो जाती है, वहीं हाइपरटेंशन के मरीजों में भी कोरोना घातक बन जाता है। फेफड़ों में वायरस के संक्रमण से ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित हो जाती है। इस दरम्यान हार्ट पंपिंग की गति बढ़ जाती है। लिहाजा, हाइपरटेंशन के मरीजों में कोरोना के दरम्यान हार्ट फेल्योर का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे मेें डायबिटीज-बीपी के मरीज स्वयं घर पर निगरानी करें, समय पर डॉक्टर को दिखाएं। ये बातें गुरुवार को दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में केजीएमयू के फैमिली मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. नरसिंह वर्मा ने कहीं। इस दौरान उन्होंने पाठकों को बीमारी से बचाव के उपाए भी बताए।
सवाल : बीपी की समस्या है। गर्मी-बारिश के दौरान कैसे ध्यान रखें।
- देशराज, ओयल
जवाब : इस मौसम में बीपी कम हो जाता है। सुबह उठने के तुरंत बाद व शाम को सोने से पहले बीपी सात दिन तक माप लें। इसके बाद रीडिंग लेकर डॉक्टर को दिखाएं। दवा में बदलाव हो सकता है।
सवाल : 70 वर्ष की हूं। 25 वर्ष से डायबिटीज है। अब दवा से नियंत्रित नहीं हो रही है।
- सुनीता, आशियाना
जवाब : आपका वजन ठीक है। उम्र ज्यादा है। शुगर भी लंबे समय से है। ऐसे में कुछ दिन इंसुलिन पर रखा जा सकता है। इसके बाद फिर दवा पर लाया जाएगा। एक बार डॉक्टर को दिखाकर उपचार कराएं।
सवाल : बादल गरजते हैं, तो दिल की धड़कन बढ़ जाती है। क्या करें
- गुलजारी, बाराबंकी
जवाब : तेज आवाज में घबराहट होना, धड़कन बढ़ जाना, एंजाइटी के लक्षण हैं। डॉक्टर को दिखा लें, राहत मिल जाएगी।
सवाल : गले में कभी-कभी खराश बन जाती है। कोरोना तो नहीं है।
- केशव, बहराइच
जवाब : एलर्जी की समस्या है। ठंडा पेय व खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें। गुनगुना पानी पीएं। यदि बुखार भी आए तो डॉक्टर को दिखा लें।
सवाल : गले में बलगम बनता है। सांस फूलने लगती है।
- लेखराज, लखनऊ
जवाब : तीन-चार दिन से ही समस्या है तो घबराएं नहीं। एसी सुबह न चलाएं। तुलसी, इलायची, लौंग डालकर गुनगुना पानी पीएं। राहत मिल जाएगी।
सवाल : इन दिनों बीपी लगातार अनियंत्रित रहता है, क्या करें
- राजेंद्र, मोदीनगर
जवाब : पूर्व में आप में पैरालिसिस के कारण भी हाई बीपी हो सकता है। सुबह उठकर व शाम को सोने से पहले बीपी माप लें। सात दिन की रीडिंग डॉक्टर को दिखाएं। इसके बाद नियमित दवा लें।
सवाल : बाईपास सर्जरी हुई थी। वहीं अब बार-बार पेशाब जाने की समस्या हो गई है।
- विश्वनाथ, अलीगंज
जवाब : आपका प्रोस्टेट बढ़ा हो सकता है। एक अल्ट्रासाउंड करा लें। इसके बाद यूरोलॉजी के डॉक्टर को दिखा लें।
सवाल : भाई को तीन माह से बुखार आ रहा है। कोरोना तो नहीं हो गया है।
- कल्पना, हरदोई
जवाब : बुखार के काफी दिन हो गए हैं। इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर को दिखाकर चेकअप कराएं। भाई का नियमित इलाज कराएं।
सवाल : जांच में आज ही कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है, क्या करें।
- केपी वर्मा, इंदिरानगर
जवाब : यदि आपको कोई लक्षण नहीं हैं तो खुद को एक कमरे में आइसोलेट कर लें। सुरक्षा नियमों का पालन करें। ताजा भोजन, जूस, गर्म शूप पीएं। पौष्टिक व सुपाच्य आहार लें। ठीक हो जाएंगे, घबराएं नहीं।
सवाल : कोरोना काल में बीपी-डायबिटीज के रोगी को क्या ध्यान रखना चाहिए।
- रश्मि, गोमती नगर
जवाब : बीपी-डायबिटीज रोगी में कोरोना होने पर जटिलताएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में होम मॉनीटङ्क्षरग करें। बीपी-शुगर घर पर मापे। समयगत चिकित्सक को दिखाएं। इनका नियंत्रित होना जरूरी है।
सवाल : सुबह नीम की पत्ती का सेवन करते हैं। कोई नुकसान तो नहीं है।
- श्रीराम यादव, अंबेडकरनगर
जवाब : नीम की पत्ती नुकसानदायक नहीं है। बशर्ते साफ-सफाई का ध्यान रखें। जिस बीमारी की दवा ले रहे हैं। उसे बंद न करें।
सवाल : पैरों में सूजन की समस्या है, क्या हो सकता है।
- हुकुमगिरी, पीजीआइ रोड
जवाब : पैरों में सूजन के कई कारण हो सकते हैं। खून की कमी, बीपी ज्यादा, गुर्दा की समस्या से भी सूजन हो जाती है। इसके अलावा उम्र अधिक होना भी कारण है। एक बार डॉक्टर को दिखा लें।
सवाल : भाई को तीन दिन से बुखार है। क्या कोरोना हो सकता है।
- आभास मिश्रा, हरदाई
जवाब : यदि वह किसी संक्रमित व्यक्ति-वस्तु से संपर्क में नहीं आए हैं, तो कोरोना नहीं है। सामान्य बुखार हो सकता है।
महिलाओं से दोगुना पुरुष हाईबीपी की गिरफ्त में
इंडियन सोसाइटी ऑफ हाइपरटेंशन ने वर्ष 2017 मई से तीन महीने तक देशभर में हाइपरटेंशन स्कैनिंग प्रोग्राम किया। इसमें शहर, गांव, कॉरपोरेट ऑफिस, छात्र, रिटायर्ड कर्मी व महिलाओं का ब्लड प्रेशर मापा गया। देश भर में कुल 53 हजार 705 लोगों को स्कैनिंग में शामिल किया गया। इसमें 56.9 फीसद पुरुष व 43.1 फीसद महिलाएं शामिल थीं। इसमें 17.8 फीसद पुरुष व 8.25 फीसद महिलाएं हाइपरटेंशन का शिकार मिलीं। वहीं, कुल लोगों में से 48 हजार 436 व्यक्तियों ने वर्षभर से ब्लड प्रेशर (बीपी) का चेकअप न कराना कबूल किया।
बीमारी के कारण अनियमित दिनचर्या भागदौड़ व तनाव भरी जीवनशैली फास्टफूड व तैलीय खाद्य पदार्थों का अत्यधिक सेवन करना नमक का अधिक सेवन पर्याप्त नींद न लेना मोटापा शराब का सेवन करना मोबाइल, लैपटॉप, डेस्कटॉप का अधिक देर प्रयोग बीमारी से बचाव नियमित व्यायाम करें सुबह-शाम टहलने की आदत डालें वजन पर नियंत्रण रखें नकारात्मक सोचना व तनाव से बचें पौष्टिक व संतुलित आहार लें नियमित रक्तचाप की जांच कराएं समय-समय पर चिकित्सक से परामर्श लें।
बीमारी के लक्षण
तेज सिर दर्द, थकावट रहना, घबराहट होना, चक्कर आना, तेज पसीना आना।