सीएम योगी आदित्यनाथ ने 310 विशेषज्ञ चिकित्सकों को सौंपे नियुक्ति पत्र, बोले- मेडिकल हब बन रहा उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के 310 नव चयनित विशेषज्ञ डाक्टरों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नियुक्ति पत्र वितरित किया। सीएम योगी ने लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में 15 जिलों में कोरोना की बायो सेफ्टी लेवल (बीएसएल) टू लैब का उद्घाटन भी किया।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 11:32 AM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 08:32 AM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 310 विशेषज्ञ चिकित्सकों को सौंपे नियुक्ति पत्र, बोले- मेडिकल हब बन रहा उत्तर प्रदेश
सीएम योगी आदित्यनाथ नव चयनित 310 विशेषज्ञ डाक्टरों को नियुक्ति पत्र दिया।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा नवचयनित 1200 विशेषज्ञ डाक्टरों में से पहले चरण में 310 डाक्टरों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति पत्र सौंपे। साथ ही पंद्रह बीएसएल-2 प्रयोगशालाओं का लोकार्पण किया। इन मजबूत होती आधारभूत सुविधाओं का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देते हुए सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश मेडिकल हब बन रहा है। उन्होंने कोरोना काल में की गई सेवाओं के लिए चिकित्सकों की सराहना करते हुए भविष्य के लिए भी दायित्व निर्वहन का पाठ पढ़ाया।

लोक भवन में रविवार को आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य कार्यक्रम से बड़ी आबादी को जोड़ा है। ऐसे में राजकीय चिकित्सा केंद्रों में बड़ी संख्या में विशेषज्ञ चिकित्सकों की आवश्यकता है। समीक्षा में अक्सर इस पर चर्चा होती थी। उन्होंने कहा कि नियुक्त किए जा रहे विशेषज्ञ चिकित्सकों में फिजिशियन, रेडियोलाजिस्ट, ईएनटी, आर्थाेपेडिक्स, पैथोलाजिस्ट, गायनकोलाजिस्ट, पैडिट्रिशियन सहित विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल हैं। पहले जिला अस्पतालों में भी विशेषज्ञ चिकित्सक मुश्किल से सुलभ होते थे। सरकार द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों की सीधी भर्ती से दूर-दराज के राजकीय अस्पतालों में भी विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध होंगे।

पहली बार दी एक ग्रेड ऊपर नियुक्ति : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चिकित्सकों की नियुक्ति नियमावली में केवल एमबीबीएस चिकित्सकों की नियुक्ति की व्यवस्था थी, इसलिए सेवा में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति होने पर उनके लिए अलग से प्रविधान न होने के कारण उनकी योग्यता के अनुरूप सम्मान नहीं मिलता था। सरकार ने विशेषज्ञ चिकित्सकों को उनकी योग्यता के अनुरूप तैनाती एवं सम्मान दिलाने के लिए नियमावली में संशोधन करके पहली बार न केवल विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की व्यवस्था की, बल्कि एक ग्रेड ऊपर नियुक्ति की व्यवस्था की।

व्यावसायिक वृत्ति की अधिकता से खोया सम्मान : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सामान्यत: आम जनता में डाक्टरों के प्रति सम्मान का बड़ा भाव होता है। पिछले कुछ समय में यह भावना कम हुई है। कोई भी व्यक्ति व्यावसायिक बुद्धि के अतिरेक के कारण समाज में सद्भाव और समर्थन खोता दिखाई देता है। व्यावसायिक वृत्ति की अधिकता के कारण चिकित्सकों ने यह खोया है। इसे देखते हुए आप सभी चिकित्सकों पर बड़ी जिम्मेदारी है। समाज के अंतिम पायदान के व्यक्ति से सरोकार पड़ेगा। उन्हें निराश नहीं करना चाहिए।

तीसरी लहर के लिए थी तैयारी, डाक्टर व हेल्थ वर्कर्स पर भरोसा : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए योजनाबद्ध ढंग से तैयारी की गई। सरकार को अपनी टीम, चिकित्सकों, हेल्थ वर्कर, कोरोना वारियर पर पूरा भरोसा है। हालांकि, उत्तर प्रदेश में फिलहाल इसकी आशंका नहीं है।

बाकी पंद्रह जिलों में भी प्रयोगशाला जल्द : स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि सभी जिलों में बीएसएल-2 लैब स्थापित की जा रही हैं। पंद्रह नई प्रयोगशालाओं के लोकार्पण से संख्या 60 हो गई है। बाकी पंद्रह जिलों में भी जल्द शुरू होंगी। आभार स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग ने जताया। इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर और महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं डा. वेदव्रत सिंह भी उपस्थित थे।

इन जिलों को मिलीं प्रयोगशालाएं : अमरोहा, बागपत, भदोही, चंदौली, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, मुजफ्फरनगर, शामली, सुलतानपुर, संतकबीरनगर, रामपुर, संभल, पीलीभीत और फर्रुखाबाद।

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