लाभार्थियों के खातों में पेंशन भेज सीएम योगी ने कहा- नर को नारायण से जोड़कर सेवा कर रही सरकार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामाजिक पेंशन योजनाओं के तहत वृद्धावस्था निराश्रित महिला दिव्यांगजन तथा कुष्ठावस्था पेंशन की दूसरी किस्त लाभार्थियों के बैंक खाते में भेज दी।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 16 Sep 2020 10:48 AM (IST) Updated:Wed, 16 Sep 2020 07:01 PM (IST)
लाभार्थियों के खातों में पेंशन भेज सीएम योगी ने कहा- नर को नारायण से जोड़कर सेवा कर रही सरकार
लाभार्थियों के खातों में पेंशन भेज सीएम योगी ने कहा- नर को नारायण से जोड़कर सेवा कर रही सरकार

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोक भवन में सामाजिक पेंशन योजनाओं के तहत वृद्धावस्था, निराश्रित महिला, दिव्यांगजन तथा कुष्ठावस्था पेंशन की दूसरी किस्त लाभार्थियों के बैंक खाते में भेज दी। सरकार ने जुलाई, अगस्त व सितंबर माह यानी तीन माह की पेंशन एक साथ भेजी है। कुल 86 लाख 95 हजार 27 लाभार्थियों को 1311.05 करोड़ रुपये बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए। खाते में पेंशन पहुंचते ही लाभार्थियों के चेहरे खुशी से खिल उठे। सीएम ने कहा कि वर्तमान सरकार नर को नारायण से जोड़कर उनकी सेवा कर रही है। यदि किसी निराश्रित या दिव्यांग के जीवन में हम शासन की योजनाओं के माध्यम से खुशहाली लाने का कार्य करते हैं, तो हमारी अंतरात्मा प्रसन्न होती है।

सीएम योगी ने लोकभवन में प्रदेश 86,95,027 लाभार्थियों के खाते में पेंशन की त्रेमासिक किस्त 1311.05 करोड़ रुपये ऑनलाइन भेजे। वृद्धावस्था पेंशन के 49.87 लाख व दिव्यांगजन पेंशन के 10.67 लाख लाभार्थियों को तीन माह जुलाई, अगस्त व सितंबर की पेंशन दी गई। प्रत्येक लाभार्थी के खाते में 1500-1500 रुपये भेजे गए। महिला कल्याण विभाग ने भी निराश्रित महिलाओं को जुलाई, अगस्त व सितंबर माह की पेंशन यानी 1500-1500 रुपये भेजा। निराश्रित महिला पेंशन के भी 26.06 लाख लाभार्थी हैं।

सामाजिक पेंशन योजनाओं के वितरण कार्यक्रम में लाभार्थियों को विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जुलाई, अगस्त, सितंबर माह की पेंशन एक साथ इन सभी लाभार्थियों के खाते में जा रही है। हमारी सरकार ने नर सेवा को नारायण सेवा के साथ जोड़ कर देखा है। यदि हम किसी निराश्रित या दिव्यांगजन का थोड़ा भी सहयोग करते हैं तो यह बहुत ही पवित्र कार्य है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि सरकार की प्रत्येक योजना का लाभ सभी नागरिकों तक पहुंचे। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर समाज की सबसे कमजोर कड़ी को मजबूत कर दिया जाए तो पूरे समाज को आर्थिक स्वावलंबन की ओर अग्रसर होने से कोई रोक नहीं सकता है। यह आत्मनिर्भर भारत बनाने का आधार भी बन सकता है। यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी मंशा है। कोरोना काल में किसी भी व्यक्ति के सामने भोजन का संकट न आए, इसलिए राज्य सरकार ने तय किया कि जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनके तत्काल राशन कार्ड बनाकर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक पात्र व्यक्ति को आयुष्मान भारत योजना या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ मिले। यदि किसी परिस्थितिवश किसी व्यक्ति के पास कोई भी स्वास्थ्य योजना का कार्ड नहीं है, तो ऐसी स्थिति में उसे उपचार के लिए एक हजार रुपये की राशि ग्राम प्रधान निधि या नगर निकाय निधि से उपलब्ध कराने की व्यवस्था है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यदि दुर्भाग्य से किसी निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है और अंतिम संस्कार की व्यवस्था नहीं है, तो ऐसे में जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ग्राम प्रधान निधि अथवा नगर निकाय निधि से पांच हजार रुपये की व्यवस्था करके अंतिम संस्कार कराएं। राज्य सरकार का प्रयास है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में मिलने वाला पुष्टाहार महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से वितरित किया जाए। उन्होंने कहा कि राशन की दुकान कोई दिव्यांगजन या महिला स्वयं सहायता समूह संचालित करेगा, तो निश्चित ही वे पूरी जवाबदेही के साथ इस कार्य को आगे बढ़ा सकते हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज, अयोध्या, फतेहपुर, ललितपुर, देवरिया, वाराणसी तथा चित्रकूट के पेंशन योजनाओं के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया और उनका कुशलक्षेम पूछा। इस मौके पर समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में गरीबों को प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के दिया जा रहा है। समाज के आखिरी पायदान पर खड़े लोगों को लाभांवित करके समाज को खुशहाल बनाया जा सकता है।

किस योजना के कितने लाभार्थियों को मिला लाभ पेंशन योजना कुल लाभार्थी धनराशि (करोड़ में) वृद्धावस्था 49,87,054 748.06 निराश्रित महिला 26,06,213 390.93 दिव्यांग 10,90,436 163.57 कुष्ठावस्था 11,324 8.49 

chat bot
आपका साथी