समाजवादी पार्टी के संविधान में बदलाव, 30 सितंबर को नये अध्यक्ष का चयन

बैठक में तय किया गया कि पार्टी में और लोगों को जोडऩे के लिए 14 अप्रैल से दो महीने तक सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही पार्टी के संविधान में बदलाव किया गया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sat, 25 Mar 2017 11:00 AM (IST) Updated:Sat, 25 Mar 2017 03:19 PM (IST)
समाजवादी पार्टी के संविधान में बदलाव, 30 सितंबर को नये अध्यक्ष का चयन
समाजवादी पार्टी के संविधान में बदलाव, 30 सितंबर को नये अध्यक्ष का चयन
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेलने के बाद समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज लखनऊ में सम्पन्न हो गई। बैठक की अध्यक्षता पूर्व मुख्यमंत्री तथा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने की। इस बैठक में पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव शामिल नहीं थे। 
बैठक में तय किया गया कि पार्टी में और लोगों को जोडऩे के लिए 14 अप्रैल से दो महीने तक सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही पार्टी के संविधान में बदलाव किया गया है। अब समाजवादी पार्टी की 30 सितंबर को होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अगली बैठक में पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।पार्टी के संविधान में बदलाव किया गया है। इसके तहत अब पार्टी में महासचिव व सचिव के दस-दस पद होंगे, जबकि पहले छह-छह पद होते थे। इसके अलावा महासचिव का नया पद भी होगा।
आज की बैठक में चुनाव में मिली हार की समीक्षा के साथ भितरघात करने वालों की शिनाख्त कर कार्रवाई पर निर्णय किय गया। माना जा रहा था कि मुलायम सिंह यादव कुनबा इस बार चुनावों में मिली हार के बाद एकजुट होगा या फिर हमेशा के लिए बिखर जाएगा। इस बैठक में शिवपाल यादव को नहीं बुलाया गया है। पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव को बुलाया तो गया था, लेकिन उनके इस बैठक में आने पर संदेह था। कल देर शाम तक शिवपाल सिंह यादव को निमंत्रण न दिए जाने के बाद अटकलों का बाजार गर्म है कि उनकी पार्टी से छुट्टी हो सकती है। 
बैठक के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा हो रही है। मैं लगातार कार्यकर्ताओं से मुलाकात करूंगा। 15 अप्रैल से सदस्यता अभियान चलेगा और 30 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष का चुनाव होगा। बैठक में सपा संरक्षक मुलायम ‌सिंह यादव व शिवपाल सिंह यादव मौजूद नहीं थे। इस बैठक को सपा के भविष्य के लिए खास माना जा रहा था।
विधानसभा चुनाव में हार के बाद सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यह पहली बैठक है। इससे पहले एक जनवरी को सपा के विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन में मुलायम सिंह को हटाकर अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था। उसी अधिवेशन में अमर सिंह को सपा से निष्कासित किया गया था और शिवपाल सिंह यादव को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया गया था। अधिवेशन में कार्यकारिणी के पुनर्गठन का अधिकार अखिलेश यादव को सौंपा गया था।
इस बैठक में भितरघात करने वालों की शिनाख्त कर उनपर कड़ी कार्रवाई की योजना भी बनाई गई। माना जा रहा है कि उन सभी को पार्टी से भी निकाला जा सकता है। शिवपाल समेत कुछ बड़े नेता पार्टी के निशाने पर हैं जिन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। पार्टी की कमान अखिलेश यादव के हाथ में आने के बाद कार्यकारिणी की पहली बैठक में तय किया गया कि पार्टी के संविधान में संशोधन होगा। समाजवादी परिवार में महासंग्राम के बीच एक जनवरी को जनेश्वर मिश्र पार्क में हुए विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन में मुलायम सिंह यादव के स्थान पर अखिलेश यादव को अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
उसी दिन मुलायम को संरक्षक का ओहदा दिया गया, मगर सपा के संविधान में यह पद नहीं है। पार्टी में एक कार्यवाहक अध्यक्ष बनाने पर भी चर्चा चली। वर्ष 1992 में समाजवादी पार्टी के गठन के बाद यह पहला मौका था, जब कोई पद सृजित करने के लिए संविधान संशोधित करने का फैसला किया गया। इस बैठक में संगठन के चुनाव और उनकी तिथियों का प्रस्ताव पास किया गया। इस बार सदस्यता अभियान में तकनीक का सहारा लेने पर जोर दिया गया।
सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई। इस बैठक में सपा के सभी बड़े नेताओं को दिग्गजों को बुलाया गया। मगर फिर भी मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव को इस बैठक में नहीं बुलाया गया । इसके बाद से ही कयास लग रहे है कि पार्टी को चुनाव में हार मिल जाने के बाद भी सब कुछ ठीक नहीं हुआ है। बीते दिनों होली के समय बुलाई बैठक में अखिलेश और शिवपाल साथ नजर आये थे।
तब चर्चा उठी थी कि शायद समाजवादी पार्टी में सब कुछ ठीक हो चुका है। मगर इस घटनाक्रम के बाद सच्चाई तो कुछ और ही लग रही है।
रामगोपाल यादव समाजवादी पार्टी दफ्तर पहुंचे। नितिन अग्रवाल व जया बच्चन भी सपा कार्यकारिणी की बैठक में शामिल।कार्यकारणी में भाग लेने रामगोपाल यादव समाजवादी पार्टी दफ्तर पहुंचे। बलराम यादव, अरविन्द सिह गोप, राजेन्द्र चोधरी, अहमद हसन, राम गोविन्द चौधरी , अभिषेक मिश्रा, नितिन अग्रवाल भी पहुंचे। 
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