UP: महोबा के बाद अब चंदौली पुलिस की वसूली का खुला खेल, विजिलेंस जांच में सामने आया भ्रष्टाचार

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के बाद थाना स्तर पर वसूली के मामले में अब चंदौली पुलिस की कारगुजारी सामने आई है। विजिलेंस की गोपनीय जांच में चंदौली पुलिस पर लगे भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों की पुष्टि हुई है। विजिलेंस की रिपोर्ट शासन को सौंपी जा चुकी है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 16 Oct 2020 11:48 PM (IST) Updated:Fri, 16 Oct 2020 11:48 PM (IST)
UP: महोबा के बाद अब चंदौली पुलिस की वसूली का खुला खेल, विजिलेंस जांच में सामने आया भ्रष्टाचार
विजिलेंस की गोपनीय जांच में चंदौली पुलिस पर लगे भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों की पुष्टि हुई है।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के बाद थाना स्तर पर वसूली के मामले में अब चंदौली पुलिस की कारगुजारी सामने आई है। विजिलेंस की गोपनीय जांच में चंदौली पुलिस पर लगे भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों की पुष्टि हुई है। विजिलेंस की रिपोर्ट शासन को सौंपी जा चुकी है। मामले में एसपी चंदौली समेत अन्य पुलिसकर्मियों पर अब कार्रवाई की तलवार लटक रही है।

बीते दिनों चंदौली जिले की मुगलसराय कोतवाली की वसूली की एक लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए इसकी विजिलेंस जांच कराई गई। सूत्रों का कहना है कि विजिलेंस की गोपनीय जांच में वसूली की सूची सही पाई गई। चंदौली पुलिस पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर विजिलेंस ने कार्रवाई की संस्तुति की है। मुगलसराय थाने के तत्कालीन निरीक्षक, अन्य पुलिसकर्मियों व तीन-चार अन्य व्यक्तियों के विरुद्ध रिपोर्ट दी गई है। बताया गया कि थाना स्तर पर अवैध गतिविधियों का संचालन कराकर वसूली की जा रही थी।

यह भी सामने आया है कि मुख्य आरक्षी अनिल सिंह ने कुछ माह पूर्व अवैध वसूली की शिकायत एसपी चंदौली से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। भ्रष्टाचार के इस गंभीर प्रकरण में आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने भी जांच कराए जाने की मांग की थी। उल्लेखनीय है कि विजिलेंस भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों से घिरे आईपीएस अधिकारी अजय पाल शर्मा, हिमांशु कुमार, अभिषेक दीक्षित व मणिलाल पाटीदार के विरुद्ध भी जांच कर रही है।

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