CAA protest in UP : मायावती ने कहा- हमारी पार्टी हिंसा के पक्ष में नहीं, CAA का विरोध जारी रखेंगे

CAA protest in UP मायावती ने कहा कि हम सीएए के विरोध में जरूर है लेकिन इसके विरोध में हिंसा की कोई जगह नहीं है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Fri, 20 Dec 2019 12:59 PM (IST) Updated:Fri, 20 Dec 2019 01:37 PM (IST)
CAA protest in UP : मायावती ने कहा- हमारी पार्टी हिंसा के पक्ष में नहीं, CAA का विरोध जारी रखेंगे
CAA protest in UP : मायावती ने कहा- हमारी पार्टी हिंसा के पक्ष में नहीं, CAA का विरोध जारी रखेंगे

लखनऊ, जेएनएन। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती भी नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हैं। मायावती ने कहा कि हम सीएए के विरोध में जरूर है, लेकिन इसके विरोध में हिंसा की कोई जगह नहीं है। बसपा मुखिया ने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह लोग कानून को अपने हाथ में न लें, कहीं पर भी सड़क पर न उतरें।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि नागरिकता को लेकर जो कानून बनाया गया है, वह असंवैधानिक है. पार्टी शुरू से ही इसका विरोध कर रही है। इसके बाद भी हम दूसरी पाटियों की तरह हिंसा और सामाजिक संपत्ति को बर्बाद करने में विश्वास नहीं रखते हैं। हमारी पार्टी और कार्यकर्ता बेहद अनुशासित हैं। उन्होंने कहा कि भले ही पूरे देश में बवाल हुआ है लेकिन मैं अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करती हूं कि इस समय व्याप्त इमरजेंसी जैसे हालात में सड़क पर न उतरें। मायावती ने कहा कि हमने शुरु से ही इस कानून का विरोध किया है लेकिन हम दूसरी पाटियों की तरह हिंसा और सामाजिक संपत्ति को बर्बाद करने में विश्वास नहीं रखते हैं।

मायावती ने कहा कि नागरिकता को लेकर जो कानून बनाया गया है, वह असंवैधानिक है। हमारे विरोध का तरीका अलग है। हमारी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने विरोध को लेकर राष्ट्रपति से मुलाकात की। मैं खुद इस कानून पर अपने विचार मीडिया माध्यमों से प्रसारित करती हूं। सोशल मीडिया पर भी पोस्ट करती रही हूं। इसको लेकर पूरे देश में बवाल हो रहा है। किसी भी विरोध प्रदर्शन में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।

कांग्रेस व सपा पर हमला

मायावती ने गुरुवार को लखनऊ और संभल में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन पर बिना किसी का नाम लिए समाजवादी पार्टी(सपा) और कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि किसी भी विरोध प्रदर्शन या धरने में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि हमने नागरिकता (संशोधन) विधेयक का विरोध किया है और इसका विरोध करते रहेंगे। इसके बाद भी हम अन्य पार्टियों की तरह सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने और हिंसा पर विश्वास नहीं करते हैं।  

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