आजम खां ने कहा, लाल किला के साथ राष्ट्रपति भवन व संसद भवन भी गुलामी की निशानी

अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आजम खां ने सिर्फ ताजमहल ही नहीं बल्कि दिल्ली के लाल किला व कुतुबमीनार को भी गुलामी की निशानी बताया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Tue, 17 Oct 2017 11:49 AM (IST) Updated:Tue, 17 Oct 2017 06:25 PM (IST)
आजम खां ने कहा, लाल किला के साथ राष्ट्रपति भवन व संसद भवन भी गुलामी की निशानी
आजम खां ने कहा, लाल किला के साथ राष्ट्रपति भवन व संसद भवन भी गुलामी की निशानी

लखनऊ (जेएनएन)। ताजनगरी आगरा के ताजमहल पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक संगीत सिंह सोम के साथ AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैशी के बयान के बाद अब आजम खां ने आग उगली है। अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आजम खां ने सिर्फ ताजमहल ही नहीं बल्कि दिल्ली के लाल किला व कुतुबमीनार को भी गुलामी की निशानी बताया है। 

भाजपा विधायक संगीत सोम के मुगलों के इतिहास को मिटाने वाले बयान पर असदुद्दीन ओवैशी के पटलवार के बाद अब समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां ने भी भाजपा नेता संगीत सोम को निशाने पर लिया है। आजम खां ने ताजमहल को गुलामी की निशाने बताए जाने पर संगीत सोम पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में अब तक गुलामी की निशानियों को ना मिटाना राजनीतिक नपुंसकता है।

उन्होंने कहा कि देश में मौजूद उन सभी इमारतों को गिरा देना चाहिए जिनसे कल के शासकों की बू आती है। मैंने तो पहले भी कहा कि सिर्फ ताजमहल ही क्यों संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, लाल किला व कुतुब मीनार सब को गिरा देना चहिए। 

आजम खान ने संगीत सोम का नाम लिए बिना कहा कि मैं किसी को जवाब नहीं दे रहा हूं क्योंकि गोश्त के कारखाने चलाने वालों को राय देने का अधिकार नहीं। प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ही अब फैसला करेंगे लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि उन सभी इमारतों को गिरा देना चाहिए जिनसे कल के शासकों की बू आती है। उन्होंने कहा कि हम तो बादशाह से अपील करते हैं। छोटे बादशाह से तो हमने कहा कि आप आगे चलो हम साथ चलेंगे। पहला फावड़ा आपका होगा दूसरा हमारा होगा। इतना कुछ कहने के कदम पीछे हटा लेना राजनीतिक नपुंसकता है।

Mai pehle se iss rai ka hoon ki ghulami ki un tamaam nishaniyon ko mita dena chahiye jisse kal ke shasakon ki boo aati ho: Azam Khan pic.twitter.com/hrbO4Tqzih— ANI UP (@ANINewsUP) October 17, 2017

 

क्या बोले थे संगीत सोम

मेरठ में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा विधायक संगीत सोम ने ताजमहल को  भारतीय संस्कृति पर एक धब्बा बताया था। उन्होंने कहा था कि हम किस इतिहास के बारे में बात कर रहे हैं। ताजमहल के निर्माता (शाहजहां) ने अपने पिता को कैद कर दिया था।

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वह हिंदुओं को समाप्त करना चाहता था। यदि ये लोग हमारे इतिहास का हिस्सा हैं, तो यह हमारे लिए बहुत दुख की बात है और हम इस इतिहास को बदल देंगे। इस दौरान उन्होंने गलत तथ्य जनता के सामने रखे, संगीत सोम को शायद ये नहीं पता था कि शांहजहां नहीं बल्कि औरंगजेब ने अपने पिता को कैद किया था।

Akele Taj Mahal hi kyun? Parl, Rashtrapati Bhawan, Qutb Minar, Lal Qila kyun nahi? Ye sab ghulaami ki nishani hai: Azam Khan on Sangeet Som— ANI UP (@ANINewsUP) October 17, 2017

ओवैसी ने किया था पलटवार

इस पूरे मामले पर एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगर ताजमहल गद्दारों ने बनवाया था तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लालकिले पर तिरंगा फहराना बंद करना चाहिए।

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लाल किला भी गद्दारों ने ही बनवाया था। दिल्ली में हैदराबाद हाउस को भी 'गद्दार' ने ही बनाया था। क्या मोदी विदेशी मेहमानों को यहां आने से रोकेंगे।

Zaahir hai, traitors jinhe kehte hain RSS ke log. Agar ye traitors ki nishaniyan hain toh demolish kar dena chahiye:Azam Khan on Sangeet Som— ANI UP (@ANINewsUP) October 17, 2017

 

बीजेपी ने निजी राय बता कर किया बचाव

भाजपा नेता जीवीएल नरसिंह राव ने कल यह कहते हुए संगीत सोम का बचाव किया कि नेता को अपनी राय देने का हक है।

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राव ने आगे कहा कि भारतीय इतिहास को विकृत करने का प्रयास किया गया है यह स्मारक बर्बरता का प्रतीक है, जहां तक संगीत सोम का संबंध है, उनके पास बोलने की स्वतंत्रता है यह उनका व्यक्तिगत दृष्टिकोण है और प्रत्येक वक्तव्य पर पार्टी लाइन की आवश्यकता नहीं है।

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