1986 में पाकिस्तान से आई महिला ने बनवाया था फर्जी पासपोर्ट, अब खुला राज

महिला पर फर्जी दस्तावेज पर भारतीय पासपोर्ट लेने का भी आरोप। नाका कोतवाली में जेठ ने दर्ज कराई एफआइआर।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 18 Feb 2019 09:04 AM (IST) Updated:Mon, 18 Feb 2019 09:04 AM (IST)
1986 में पाकिस्तान से आई महिला ने बनवाया था फर्जी पासपोर्ट, अब खुला राज
1986 में पाकिस्तान से आई महिला ने बनवाया था फर्जी पासपोर्ट, अब खुला राज

लखनऊ, जेएनएन। नाक कोतवाली में एक व्यक्ति ने छोटे भाई की पत्नी को पाकिस्तानी बताकर एफआइआर दर्ज कराई है। आरोप है कि महिला ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट भी बनवाया है। नाका पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।

न्यू गणेशगंज निवासी गुलाम जिलानी का आरोप है कि काशफा औसाफ नाम की महिला 1986 में पाकिस्तानी पासपोर्ट के जरिए भारत आई थी। इसके बाद उसने उनके छोटे भाई गुलाम वारिस से निकाह किया था। आरोप है कि महिला ने फर्जी दस्तावेज के जरिए भारतीय पासपोर्ट बनवाया और उसमें स्थानीय पता चारबाग का, जबकि स्थायी पता प्रतापगढ़ का दर्ज कराया। जेठ ने छोटे भाई की पत्नी पर राजस्व अधिकारियों से मिलकर पति की संपत्ति में अपना नाम दर्ज कराने का भी आरोप लगाया है।

पीडि़त का कहना है कि वर्ष 2014 में महिला के माता-पिता और भाई लखनऊ आए थे। इस दौरान वह हुसैनगंज स्थित एक होटल में ठहरे थे, जहां उन्होंने अपना पता नोट कराया था। अगर पुलिस इसकी छानबीन करे तो वास्तविकता उजागर हो जाएगी। गुलाम जिलानी का कहना है कि वर्तमान में उनके भाई की मौत हो चुकी है और आसिफा अपनी बेटी और दामाद के साथ गोमतीनगर विस्तार में रहती है। पुलिस के मुताबिक तहरीर के आधार पर जालसाजी और पासपोर्ट अधिनियम 1967 की धारा 12 में एफआइआर दर्ज की गई है। पूरे मामले की गहनता से पड़ताल की जा रही है। साक्ष्य संकलन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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