नोटबंदी का 49वां दिन, बैंकों के बाहर लाइन घटी पर दुश्वारियां बरकरार

बैंकों में अब भी निर्धारित धनराशि लोगों को नहीं मिल पा रही है। हालांकि एटीएम से थोड़ी राहत जरूर मिली है। बता दें कि केंद्र सरकार ने नकदी संकट से निजात के लिए 50 दिन का समय मांगा था।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Tue, 27 Dec 2016 09:27 AM (IST) Updated:Tue, 27 Dec 2016 11:38 AM (IST)
नोटबंदी का 49वां दिन, बैंकों के बाहर लाइन घटी पर दुश्वारियां बरकरार

लखनऊ (जेेएनएन)। केंद्र सरकार की घोषणा के मुताबिक 50 दिन पूरे होने में मात्र दो दिन शेष हैं, यानी नोट बंदी के 48 दिन पूरे हो गए। आज 49वां दिन है। हालात में धीरे-धीरे सुधार के बावजूद दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रहीं। खासकर ग्र्रामीण इलाके नकदी की किल्लत से काफी परेशानी झेल रहे हैं। शहरों में हालात जुदा हैं पर इतने भी नहीं सुधरे कि नकदी की तरलता बन जाए। बैंकों में अब भी निर्धारित धनराशि लोगों को नहीं मिल पा रही है। हालांकि एटीएम से थोड़ी राहत जरूर मिली है। बता दें कि केंद्र सरकार ने नकदी संकट से निजात के लिए 50 दिन का समय मांगा था।

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राजधानी लखनऊ व आसपास जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में नकदी का संकट बरकरार है। हालांकि कुछ जिलों में एटीएम चलने से लोगों को राहत है पर पचास फीसद एटीएम अब भी काम नहीं कर रहे हैं। फैजाबाद और बाराबंकी में संकट गहराया रहा। लखीमपुर, सीतापुर, रायबरेली में एटीएम के हालातों में मामूली सुधार हुआ है। इसी प्रकार गोंड, सुलतानपुर, अमेठी और श्रावस्ती में ज्यादातर बैंकों में दो हजार रुपये का भुगतान किया गया।
इलाहाबाद में पांच सौ और एक हजार रुपये कीमत वाले पुराने नोट जमा करने के लिए महज चार दिन का समय शेष रहने पर सोमवार को बैंक शाखाओं में भीड़ उमड़ी।

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पुराने नोट जमा करने के साथ खाते से 24 हजार रुपये भी निकाले गए। शहर के एटीएम में भी स्थिति आमतौर पर सामान्य रही। एटीएम से नये पांच सौ रुपये के नए नोट नहीं मिल रहे हैं। गांवों में ज्यादातर एटीएम बंद हैं। प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय पर तो आम दिनों के मुताबिक बैंकिंग हुई, लेकिन गांवों में एटीएम न चलने से दिक्कत बनी रही। कौशांबी में लाइन लगी रही। कानपुर में रुपये निकालने व जमा करने के लिए सुबह से ही लोगों की बैंकों में लंबी लाइन लग गई। मध्य यूपी व बुंदेलखंड में जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी ग्रामीण बैंकों द्वारा अधिकतम 4000 रुपये तक का भुगतान ही किया जा रहा था। बांदा, हमीरपुर, उरई, चित्रकूट, महोबा, उन्नाव, कन्नौज, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, औरैया, इटावा तथा हरदोई में अधिकांश बैंकों में कैश की किल्लत रही वहीं जिलों के अधिकतर एटीएम सोमवार को भी शोपीस बने रहे। कानपुर नगर में स्थित आधे से अधिक एटीएम में धन था।

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मुरादाबाद में बैंकों में लाइन में पहले से कमी आई है। एटीएम से भी कैश निकला। सम्भल, रामपुर में ग्रामीण इलाकों में लोगों को आसानी से कैश नहीं मिल पा रहा है। अमरोहा में यूनियन, एक्सिस और प्रथमा बैंक की अधिकांश शाखाओं में कैश नहीं बंटा। ओरियंटल और विजया बैंक के एटीएम से नोट निकले। स्थिति में सुधार दिख रहा है। रामपुर के स्वार में बैंक ऑफ बड़ौदा के बाहर लाइन में लगे 70 वर्षीय शाकिर अली की मौत हो गई। बिलासपुर में एसबीआइ से नकदी न मिलने पर लोगों ने नैनीताल हाईवे पर जाम लगा दिया।

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बरेली में सभी एटीएम शुरू होने से नकदी को लेकर मारामारी नजर नहीं आई। लाइन खत्म हो गई। बैंकों में रुपये जमा करने के लिए लोग अब भी पहुंच रहे हैं। आगरा में अधिकांश शाखाओं में कैश था। हालांकि लोगों को 24 हजार की जगह कहीं आठ, तो कहीं 10 हजार थमाए गए। एटीएम की स्थिति में भी सुधार दिखाई दिया। फीरोजाबाद में इंडियन बैंक के एटीएम में लाइन के बीच में घुसने को लेकर युवकों में विवाद पर गार्ड ने दस मिनट तक एटीएम बंद रखा। अलीगढ़ में बैंकों ने लिमिट से ही पैसा बांटा।

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वृद्धा की मौत, हंगामा
बहराइच में रिसिया थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी कमरुलनिशां (70) परिवारीजनों के साथ रिसिया के इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक सिसई सलोन में रुपये निकालने आई थी। पुत्र व बहू अंगूठा लगवाकर लाइन में लग गई। कुछ देर बाद वृद्धा की मौत हो गई। इससे नाराज परिवारीजनों ने बैंक में हंगामा किया।

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