उत्तर प्रदेश में फसल बर्बादी ने 43 और किसानों की जान ली

उत्तर प्रदेश में फसलों के नुकसान से टूट चुके किसान सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं। बेमौसम बारिश से बर्बाद किसानों की मौत का सिलसिला जारी है। बीते 24 घंटे में 43 और किसानों की जान चली गई। मैनपुरी में औंछा क्षेत्र के गांव चितई में किसान किशोरी लाल

By Nawal MishraEdited By: Publish:Sun, 19 Apr 2015 08:57 PM (IST) Updated:Sun, 19 Apr 2015 08:59 PM (IST)
उत्तर प्रदेश में फसल बर्बादी ने 43 और किसानों की जान ली

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में फसलों के नुकसान से टूट चुके किसान सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं। बेमौसम बारिश से बर्बाद किसानों की मौत का सिलसिला जारी है। बीते 24 घंटे में 43 और किसानों की जान चली गई।

मैनपुरी में औंछा क्षेत्र के गांव चितई में किसान किशोरी लाल ने फसल बर्बादी से आहत होकर फांसी लगा ली शाहजहांपुर में आरसी मिशन के गांव चौडेरा में मान सिंह ने गर्रा नदी में कूदकर जान दे दी। फर्रुखाबाद मेंं कमालगंज के ग्राम मकरंदनगर बसहा निवासी देशराज सिंह और बांदा में पैलानी क्षेत्र के सिंधनपुर निवासी हरिनाथ ने फांसी लगा ली।

आगरा में फतेहपुर सीकरी के गांव रोजौली में गजेंद्र सिंह गेहूं कम पैदावार देखकर खेत में बेहोश हो गया, इलाज के लिए ले जाते समय उसकी मौत हो गई। फतेहाबाद के टोक अभयचंद में महावीर सिंह और जगनेर क्षेत्र के गुलाबगंज में ओमप्रकाश की सदमे में जान चली गई। मैनपुरी के गांव नगला सनेही में महेंद्र पाल और किशनी कस्बे के मुहल्ला गढ़ी में गयादीन की मौत हो गई। बरेली मेंभुता क्षेत्र के गांव करेना में बिहारीलाल गंगवार, शाहजहांपुर में तिलहर के हदीरा हरदासपुर गांव में मंगल सिंह, बदायूं में दातागंज के सिसइया गांव में किसान कट्टे की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। अलीगढ़ में पिसावा क्षेत्र के गांव बिजना की नगलिया में पांच लाख रुपये के कर्जदार संतराम चल बसे। हरदुआगंज के गांव बरौठा में जमील अहमद भी चारपाई पर मृत मिले। रामपुर के मसवासी क्षेत्र के रहमतगंज गांव में नन्हे सिंह सदमा नहीं झेल सके।

मेरठ में खरखौदा क्षेत्र के पांची गांव में बागेराम पाल व हस्तिनापुर के दरियापुर में प्रवीण, नोएडा के रबूपुरा के भुन्ना तगा गांव में देवदत्त और बागपत के दाहा के टीकरी गांव में ऋषिपाल भी सदमे में चल बसे।

इलाहाबाद में जसरा के मौहरिया गांव में आहद रामचन्द्र पटेल व सोरांव क्षेत्र के उल्दा गांव निवासी सुल्तान उर्फ मुन्ना की मौत हो गई। थरवई क्षेत्र के टिकुरी मनसैता गांव में विजयनाथ यादव दिल का दौरा पडऩे से चल बसे। प्रतापगढ़ में लालगंज क्षेत्र के ग्राम राहा टीकर निवासी दल बहादुर ङ्क्षसह ने दम तोड़ दिया। कौशांबी में सिराथू के अनेठा निवासी रामसजीवन ने हार्ट अटैक से खेत में ही दम तोड़ दिया। मंझनपुर तहसील के भद्दुरपुर निवासी शिवङ्क्षककर पांडेय खेत से लौटे तो सीने में तेज दर्द था। अस्पताल में उनकी मौत हो गई।

हरदोई में टडिय़ावां निवासी जयजयराम, हरपालपुर क्षेत्र के पलिया निवासी श्रीकृष्ण, गिरउआ मजरा कठेठा निवासी छोटेलाल की मौत हो गई। फर्रुखाबाद में अमृतपुर के पिथनापुर गांव निवासी आनंद कुमार की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। कानपुर देहात में मदियापुर गांव निवासी मानचंद्र व डेरापुर के डुडौली गांव के निवासी रामबाबू शुक्ला की रविवार को सदमे से मौत हो गई। सुल्तानपुर में कूरेभार के एकलखी गांव में जोखू, बाराबंकी में फतेहपुर क्षेत्र के ग्राम चिरैया मजरे सौरंगा निवासी ननकू व गौरासैलक गांव के निवासी शंकर की सदमे ने जान ले ली। फैजाबाद में महराजगंज क्षेत्र के अरवत गांव में जगदंबा ङ्क्षसह तथा दुगवां गांव निवासी सुभाष चंद्र पांडेय, मिल्कीपुर क्षेत्र के चंदीपुर नगहरा गांव में रामानंद की मौत हो गई।

मऊ जिले के छोटी बकवल निवासी बटाईदार चंद्रदेव यादव की हृदयगति रुकने से मौत हो गई। देवरिया में गौरीबाजार के दीवान पोखरा गांव में मड़ाई के दौरान कम पैदावार देखकर दूधनाथ की मौत हो गई। रुद्रपुर क्षेत्र के फतेहपुर गांव की शान्ति ने भी कम उत्पादन देख दम तोड़ दिया। सिद्धार्थनगर में मिश्रौलिया क्षेत्र के ग्राम खैर खास टोला मौर्या डीह निवासी बृजलाल, संतकबीर नगर के धनघटा में बरौली के राहत और दशरथ की मौत हो गई।

केंद्र व राज्य से जवाब तलब

लखनऊ। अतिवृष्टि व ओलावृष्टि से फसलों की बर्बादी से तबाह किसानों को उचित मुआवजा दिए जाने के संबंध में तीन जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने केंद्र व राज्य सरकार से जवाब मांगा है। अदालत ने केंद्र सरकार से पूछा है कि किसानों को उनके नुकसान के अनुपात में मुआवजा दिया जा रहा है कि नहीं। यह आदेश न्यायमूर्ति एसएन शुक्ला व न्यायमूर्ति राजन राय की पीठ ने याची मोतीलाल यादव व दो अन्य व्यक्तियों की ओर से दायर जनहित याचिका पर दिए। याचिका में कहा गया है कि बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से किसानों का भारी नुकसान हुआ है और उन्हें नुकसान के अनुपात में मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। जहां दिया भी गया है वहां अत्यंत सूक्ष्म धनराशि मुआवजे के लिए दी गई है। राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि किसानों को मुआवजा दिए जाने का काम जारी है। मामले की अगली सुनवाई 27 अप्रैल को होगी।

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