बीसीए व एलएलबी ऑनर्स की हर सीट पर 19 दावेदार

प्रो. डीपी सिंह व जगदीश गाधी को भी मिलेगा अवार्ड। नीति आयोग के वाइस चेयरमैन को मिलेगा विशिष्ट सम्मान।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 21 Apr 2018 04:13 PM (IST) Updated:Sat, 21 Apr 2018 04:13 PM (IST)
बीसीए व एलएलबी ऑनर्स की हर सीट पर 19 दावेदार
बीसीए व एलएलबी ऑनर्स की हर सीट पर 19 दावेदार

लखनऊ [जागरण संवाददाता]। लखनऊ विश्वविद्यालय (लविवि) में इस बार स्नातक कक्षाओं में दाखिले के लिए 28422 आवेदन फॉर्म आए हैं। इस बार पिछले सात वर्षो में सबसे अधिक फॉर्म आए हैं। बीते साल 27636 अभ्यर्थियों ने स्नातक में आवेदन किया था। शैक्षिक सत्र 2018-19 में दाखिले के लिए आए आवेदन फॉर्मो में सबसे ज्यादा मारामारी इस बार बीसीए व एलएलबी ऑनर्स कोर्स में है हर सीट पर 19-19 दावेदार हैं।

वहीं, दूसरी ओर बीएससी मैथ्स में हर सीट पर 13 और बीकॉम व बीकॉम ऑनर्स कोर्स में हर सीट पर 11 दावेदार हैं। दरअसल, इस बार लविवि बीए, बीएससी व बीकॉम कोर्स में सेमेस्टर प्रणाली लागू कर रहा है। च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) लागू कर रहा है और बीए में ऑनर्स कोर्सेज की संख्या बढ़ी है। लविवि के कुलपति प्रो. एसपी सिंह कहते हैं कि उनका पूरा फोकस विद्यार्थियों को पारदर्शी ढंग से सुविधाएं देने पर है। अभी पूरे देश में सभी अच्छी यूनिवर्सिटी जो बेस्ट प्रैक्टिस कर रहे हैं उन्हें लागू किया जा रहा है। आगे बीए, बीएससी व बीकॉम की सेमेस्टर परीक्षा में बहु विकल्पीय सवाल भी पूछे जाएंगे। यही नहीं फीस सहित विद्यार्थियों से जुड़ी सुविधाओं को ऑनलाइन करने का नतीजा है कि उनका भरोसा बढ़ रहा है। अब जो विद्यार्थी दिल्ली व अन्य महानगरों में पढ़ने जाते थे वह राजधानी में ही लविवि में दाखिला लेना पसंद कर रहे हैं। यही कारण है कि स्नातक में करीब 3300 सीटें हैं और यहा 28422 आवेदन फॉर्म आए हैं। लविवि विद्यार्थियों की पहली पसंद है। लड़कियों ने भी इस बार जताया ज्यादा भरोसा

लविवि में इस बार 28422 आवेदन फॉर्म आए हैं। इसमें 59.1 प्रतिशत छात्र हैं और 40.9 प्रतिशत छात्रएं हैं। पिछले वर्ष 27636 आवेदन फॉर्म आए थे और इसमें 61.6 प्रतिशत छात्र थे और 38.4 प्रतिशत छात्रएं थी। ऐसे में इस बार आवेदन में करीब दो प्रतिशत छात्रएं और बढ़ी हैं। आवेदन फॉर्म भले ही लविवि में छात्रओं के छात्रों से कम हों लेकिन स्नातक की 3300 सीटों पर सबसे ज्यादा कब्जा छात्रएं ही करती हैं। लविवि में इस समय करीब 60 प्रतिशत छात्रएं पढ़ाई कर रही हैं। कोर्स फॉर्म आए सीट प्रति सीट दावेदारी

बीसीए - 1194 - 60 - 19

एलएलबी ऑनर्स - 2399 - 120 - 19

बीएससी मैथ्स - 6397 - 477 - 13

बीएससी बॉयो - 3359 - 280 - 12

बीकॉम व बीकॉम ऑनर्स - 9014 - 790 - 11

बीए व बीए ऑनर्स - 5496 - 1730 - 04

पाच वर्ष में कितने फॉर्म आए

वर्ष - आवेदन फॉर्म

2018-19 - 28422

2017-18 - 27636

2016-17 - 26135

2015-16 - 18403

2014-15 - 23000

2013-14 - 20026

2012-13 - 19562

जस्टिस खेमकरन सहित तीन को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड

लखनऊ विश्वविद्यालय (लविवि) में पूर्व छात्र सम्मान समारोह का आयोजन 28 अप्रैल को किया जाएगा। इसमें इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस खेमकरन, यूजीसी के सदस्य प्रो. डीपी सिंह और सीएमएस के संस्थापक जगदीश गाधी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा जाएगा। इसके अलावा दस पूर्व छात्रों को विशिष्ट अवार्ड से नवाजा जाएगा। कार्यक्त्रम में डिप्टी सीएम प्रो. दिनेश शर्मा बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे। लविवि के प्रवक्ता प्रो. एनके पाडेय ने बताया कि लविवि एल्युमिनाई फाउंडेशन की शुक्रवार को कुलपति प्रो. एसपी सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई और उसमें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड और विशिष्ट अवार्ड किन पूर्व छात्रों को दिए जाएं इस पर अंतिम मुहर लगा दी गई। इसके अलावा नीति आयोग के वाइस चेयरमैन डॉ. राजीव कुमार को विशिष्ट अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा जिन पूर्व छात्रों को विशिष्ट अवार्ड से नवाजा जाएगा उनमें यूपी के चीफ सेक्त्रेट्री राजीव कुमार, इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश विक्त्रम नाथ, आइआइटी खड़गपुर के पूर्व निदेशक एसके दुबे, यूपी के पूर्व महानिदेशक सुलखान सिंह, मशहूर आर्टिस्ट सुरेंद्र पाल जोशी, डॉक्टर सलिल टंडन, व‌र्ल्ड ट्रासप्लाट गेम्स में गोल्ड मेडल पाने वाले धर्मेद्र सोती, नारी शक्ति पुरस्कार पाने वाली गौरी मौलेखी और एनआरआई रवि शर्मा शामिल हैं।

दरअसल लविवि हर साल 25 नवंबर को अपना स्थापना दिवस समारोह मनाता है और उसी में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे अपने पूर्व छात्रों को सम्मानित भी करता है, मगर इस बार नगर निगम चुनाव के कारण आचार संहिता लगी हुई थी। इस कारण अब 28 अप्रैल को पूर्व छात्र सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है।इस साल किस कोर्स में कितने फॉर्म आए

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