3.35 लाख भट्ठा श्रमिकों के लिए चलेंगी 171 स्पेशल ट्रेने, तीन राज्यों को शासन ने भेजा प्रस्ताव

उत्तर प्रदेश से 3.35 लाख भट्ठा श्रमिकों को उनके राज्य पहुंचाने के लिए तीन राज्यों को ट्रेन रवाना करने के लिए प्रदेश सरकार ने रेलवे को भेजा प्रस्ताव।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Mon, 08 Jun 2020 07:54 PM (IST) Updated:Mon, 08 Jun 2020 07:54 PM (IST)
3.35 लाख भट्ठा श्रमिकों के लिए चलेंगी 171 स्पेशल ट्रेने, तीन राज्यों को शासन ने भेजा प्रस्ताव
3.35 लाख भट्ठा श्रमिकों के लिए चलेंगी 171 स्पेशल ट्रेने, तीन राज्यों को शासन ने भेजा प्रस्ताव

लखनऊ, जेएनएन। प्रदेश में भट्ठों पर काम करने वाले श्रमिकों को छत्तीगसढ़, उड़ीसा, बिहार व झारखंड उनके घर पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल की तर्ज पर ट्रेनें चलाने की तैयारी है।  यूपी के 31 जिलों में फंसे 3.35 लाख भट्ठा श्रमिकों को उनके गृह जिले तक ले जाने के लिए प्रदेश सरकार ने 200 स्पेशल ट्रेनों को चलाने का प्रस्ताव रेलवे को को दिया है। प्रस्ताव के तहत 12 से 15 जून के बीच इन ट्रेनों को चलाया जाना है।

 भट्ठों पर अधिकांश श्रमिक छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार के रहने वाले हैं। यह भट्ठा श्रमिक अभी भी फंसे हुए हैं। उत्तर प्रदेश ईंट भट्ठा निर्माता समिति ने प्रदेश सरकार से इनके लिए भी स्पेशल ट्रेनें चलाने की मांग की थी। जिसके तहत बिहार के गया  व नवादा, उड़ीसा के खडि़हार और छत्तीगसढ़ के रायपुर व बिलासपुर के लिए इन ट्रेनों को चलाया जाएगा । यूपी के 31 जिलों के ईट भट्ठों पर काम करने वाले श्रमिकों की संख्या के आधार पर समिति ने बिहार के 80, झारखंड की 31, छत्तीसगढ़ की 56 और उड़ीसा के लिए चार ट्रेनों को चलाने की अनुमति मांगी है। समिति ही इन कुल 171 ट्रेनों का किराया रेलवे को जमा करेगी।

किराया जमा होते ही रेलवे इन ट्रेनों से श्रमिकों को उनके घर भेजेगा। रेलवे ने स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी भी कर ली है। अब उनका पंजीकरण कर भेजने की तिथि संबंधित डीएम को देनी होगी। इसके बाद ही रेलवे ट्रेन चलाने की नोटिफिकेशन जारी कर सकेगा। वहीं मुंबई से दो और स्पेशल ट्रेन चलाने की डिमांड भी प्रदेश सरकार ने रेलवे से की है। दोनों ट्रेनों का खर्च राज्य सरकार देगी। इनमें एक ट्रेन मंगलवार रात आठ बजे बांद्रा से चलेगी। जो कि इटारसी-प्रयागराज होते हुए बुधवार रात 11:50 बजे आजमगढ़ पहुंचेगी।

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