डकैतों की सुरागरसी को 12 संदिग्ध हिरासत में

जागरण संवाददाता, लखनऊ: काकोरी के बनियाखेड़ा और कटौली गांव में शनिवार रात डकैती पड़

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Jan 2018 07:06 PM (IST) Updated:Mon, 22 Jan 2018 07:49 PM (IST)
डकैतों की सुरागरसी को 12 संदिग्ध हिरासत में
डकैतों की सुरागरसी को 12 संदिग्ध हिरासत में

जागरण संवाददाता, लखनऊ: काकोरी के बनियाखेड़ा और कटौली गांव में शनिवार रात डकैती पड़ी थी। मामले में पुलिस दर्जनभर संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है। वहीं जेल से छूटे कई पुराने बदमाशों से भी पूछताछ की जा रही है। तो वहीं बदमाशों की धरपकड़ को पुलिस इलाकाई मुखबिरों की भी मदद ले रही है।

एसएसपी दीपक कुमार ने जल्द खुलासे का दावा किया है। उन्होंने बताया कि बावरिया, छैमार और बंजारा गिरोह के बदमाशों पर भी शक है। बीते वर्षो में छैमार गिरोह ने गोरखपुर और बरेली क्षेत्र में डकैती की करीब बीस वारदातों को अंजाम दिया था। उक्त घटनाएं भी काकोरी में वारदात की तरह ही की गई थीं। वहां इस गिरोह के बदमाश पकड़े भी गए थे। डकैती के इस मामले में लखनऊ पुलिस ने बरेली पुलिस से भी संपर्क किया है।

उप्र की भाषा नहीं बोल रहे थे बदमाश

ग्रामीणों ने बताया कि बदमाश यूपी की भाषा नहीं बोल रहे थे। उनकी भाषा हरियाणा और पंजाब की बोली जैसी लग रही थी। ऐसे में पुलिस अब इस दिशा में भी काम कर रही है। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ बदमाश कच्छा बनियान पहने थे तो कइयों ने स्वेटर और पैंट पहन रखी थी।

खाना भी खा लिया और दूध भी पी गए बदमाश

डकैती के दौरान बदमाश ग्रामीणों को पीटते रहे और बीच-बीच में रुककर बकायदा खाना खाने के साथ दूध पीते रहे। इस खौफनाक मंजर को वहा के ग्रामीणों ने रो-रोकर बया किया। कटौली गाव निवासी कैलाश की पत्‍‌नी पूनम ने बताया कि दो बदमाश उसे पीट रहे थे और अन्य घर में रखा खाना खा रहे थे। एक बदमाश ने भगौने में बच्चे के लिए रखा सारा दूध पी लिया था।

पुलिस हूटर बाजाती रही बदमाश डाका डलाते रहे

बनियाखेड़ा गाव निवासी बुजुर्ग रामरतन ने बताया कि बदमाश गाव में डकैती डाल रहे थे और पुलिस सौ मीटर दूर खड़ी होकर हूटर बजा रही थी, जिससे बदमाश भाग निकले। उन्होंने कहा कि पुलिस अगर हूटर न बजाकर बदमाशों की घेराबंदी करती तो सभी लुटेरे पकड़े जाते।

सालभर पहले हुई चोरी का दर्ज करते मुकदमा तो न पड़ती डकैती

बनियाखेड़ा गाव में सालभर पहले पाच चोरी और लूट की घटनाएं हुईं थीं। इस दौरान अनिल सिंह, सुशील, इंद्रपाल, बब्ली व पार्वती के घरों को निशाना बनाया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के बाद काकोरी थाने की पुलिस ने तहरीर पर एफआइआर ही नहीं दर्ज की थी। अगर पुलिस तब रिपोर्ट दर्जकर सक्रिय होती और क्षेत्र में गश्त बढ़ाती तो ये घटनाएं न होतीं। वहीं, चक्की चलाने वाले कटौली गाव निवासी रमेश ने बताया कि बदमाशों ने घर में घुसकर लूटपाट के दौरान उनकी बुजुर्ग दादी मधुरानी के सीने पर लात मारी और जमकर पीटा।

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