यादव सिंह पर कस सकता है ईडी व सीबीआई का शिकंजा

लखनऊ। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के प्रभावशाली व चर्चित प्रमुख अभियंता यादव

By Edited By: Publish:Sat, 29 Nov 2014 10:35 AM (IST) Updated:Sat, 29 Nov 2014 10:35 AM (IST)
यादव सिंह पर कस सकता है ईडी व सीबीआई का शिकंजा

लखनऊ। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के प्रभावशाली व चर्चित प्रमुख अभियंता यादव सिंह पर आयकर विभाग के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तथा सीबीआई का शिकंजा भी कसेगा। दो दिन की आयकर विभाग की छापेमारी में यादव सिंह के नोएडा आवास से हीरे, सोने व मोतियों के दो किलो जेवर मिले जबकि उनकी पत्नी कुसुमलता के कारोबारी साझेदार मैकान इन्फ्रा के निदेशक राजेंद्र मनोचा के घर के बाहर पार्क में खड़ी फा‌र्च्यूनर गाड़ी में दस करोड़ रुपये नगद मिले हैं। आयकर विभाग के लपेटे में आये यादव सिंह को शासन ने तीनों प्राधिकरणों के पदों से प्रमुख अभियंता को हटाकर नोएडा प्राधिकरण से सम्बद्ध कर दिया है।

आयकर महानिदेशक (जांच) कृष्णा सैनी ने बताया नोएडा, गाजियाबाद व दिल्ली में यादव सिंह, उनकी पत्नी कुसुमलता और उनके कारोबारी साझेदारों के 20 ठिकानों पर दो दिन की छापेमारी के दौरान कल भी सनसनीखेज बरामदगी हुई। सुबह आयकर टीम को रियल एस्टेट कंपनी मैकान इन्फ्रा के डायरेक्टर राजेश मनोचा के घर के सोफे में छिपाकर रखी गई चाबी मिली। कड़ाई से पूछताछ करने पर पता चला कि यह चाबी राजेंद्र मनोचा के घर के बाहर पार्क में खड़ी फा‌र्च्यूनर गाड़ी की है। गाड़ी को खोलकर जांच करने पर उसकी सीट के नीचे बने शेल्फ में दस करोड़ रुपये नगद मिले, जिसे जब्त किया गया है।

यादव सिंह के नोएडा स्थित आवास से जब्त किए गए हीरे-सोने व मोतियों के दो किलो आभूषण की कीमत आंकी जा रही है। कुसुमलता की गार्मेट कंपनी मीनू क्रिएशन्स पर छापे के दौरान वहां 12.5 करोड़ रुपये के कीमती परिधानों का स्टाक जब्त किया गया है। मीनू क्रिएशन्स के निदेशक अनिल पेशावरी के घर से 40 लाख रुपये जबकि यादव सिंह के आवास से 12 लाख रुपये नगद बरामद किये गए हैं। कुसुमलता और उनके व्यावसायिक साझेदारों की कंपनियों को बड़ी संख्या में नोएडा अथारिटी की ओर से प्लाट आवंटित किए गए हैं।

जांच के दौरान आयकर विभाग को एक डायरी भी मिली है जिसमें भूखंडों के आवंटन के सिलसिले में विभिन्न लोगों को दिए गए कमीशन का भी जिक्र है। लिहाजा आयकर विभाग ने नोएडा अथारिटी से इन आवंटनों की बाबत और जानकारियां मांगी हैं। जांच के लपेटे में आये लोगों के जिन 13 बैंक लॉकरों को आयकर विभाग ने सील किया है, उनकी जांच होना बाकी है।

इन सबके बाद अब यादव सिंह पर ईडी के साथ ही सीबीआई जांच का शिकंजा भी तय है। यादव सिंह ने आयकर विभाग के समक्ष 50 करोड़ रुपये सरेंडर करने का भी प्रस्ताव रखा, जिसे महानिदेशक आयकर कृष्णा सैनी ने ठुकरा दिया। आयकर विभाग इस मामले में अभी अपनी जांच जारी रखेगा। आयकर विभाग ने नोएडा में यादव सिंह के पूरे कार्यकाल का ब्यौरा मागा है। यादव सिंह पर केंद्रीय जाच एजेंसियों का शिकंजा कस गया है। ईडी ने आयकर विभाग से ब्यौरा मांगा है। अब यादव सिंह पर मनी लॉंड्रिंग के मामले में भी शिकंजा कसेगा।

अकूत दौलत का मालिक इंजीनियर यादव सिंह

आयकर जांच के दौरान पता अथॉरिटी के पास इतने भूखंड नहीं जितने यादव सिंह के पास हैं। किसी बड़े शो रूम में जितने हीरा होंगे उतने यादव सिंह के घर से मिले। यादव सिंह के पास इतनी संपत्ति है कि उसको खुद पता नहीं। यादव सिंह की कहानी रुपहले पर्दे जैसी है। मामूली इंजीनियर अरबों की संपत्ति का स्वामी है। प्रापर्टी के जरिए यादव सिंह ने सात हजार करोड़ रुपये बनाये हैं।

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