समस्याओ पर शिक्षक लामबन्द
ललितपुर: विभिन्न समस्याओं को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने बेसिक शिक्षाधिकारी को ज्ञापन
ललितपुर: विभिन्न समस्याओं को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने बेसिक शिक्षाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की माँग की।
ज्ञापन में बताया गया कि ऐसे अभ्यर्थियों के आवेदन पर कतई विचार न किया जाये, जिन्होंने कम से कम विद्यालय में रहते हुए 8 वर्ष बच्चों के शिक्षण में न बताये हों। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षण अनुभव को सेवा काल न समझा जाये। ज्ञापन में बताया गया कि बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के नियंत्रणाधीन प्राथमिक विद्यालय एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में वर्तमान में कार्यरत शिक्षक/ शिक्षिकायें भी सह समन्वयक पद के लिए आवेदन के पात्र है। वर्तमान में कार्यरत सह समन्वयक विद्यालयों में पद स्थापना से पूर्व आवेदन के पात्र नहीं है। अत: उक्त आवेदनों पर विचार ही न किया जाये। उन्होंने कहा कि सेवाकाल/ प्रशिक्षण अनुभव अलग-अलग विषय बिन्दु है। सेवाकाल सेवा में आने की तिथि से शुरू होता है, जबकि प्रशिक्षण अनुभव प्रशिक्षण उपरान्त मौलिक तिथि से निर्धारित किया जाता है। ज्ञापन में कहा गया कि पूर्व में चयनित कुछ सह समन्वयकों का 6 वर्षीय कार्यकाल में से 5 वर्ष से भी अधिक का समय जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण विद्यालय में सम्बद्धीकरण में व्यतीत हुआ है, जबकि सम्बन्धित विषय का सम्पूर्ण उत्तरदायित्व विकास खण्ड स्तर की गुणवत्ता का उक्त सह समन्वयकों का था। कतिपय सह समन्वयकों द्वारा नवीन चयन परीक्षा हेतु परीक्षा पेपर का निर्माण डायट स्तर पर किया जा रहा है, जो कि अनुचित है। अत: उचित संस्था के माध्यम से सह समन्वयकों की परीक्षा एवं पेपर का निर्माण पूर्ण गोपनीयता से किया जाये। ज्ञापन पर जिलाध्यक्ष विनोद निरजन, जिला मंत्री शकुन्तला कुशवाहा, काशीनाथ नायक, अरविन्द निरजन, मनीष जैन, अनिल त्रिपाठी, दिलीप राजपूत, सत्येन्द्र जैन, विनय ताम्रकार, मनीष कुमार खरे, इन्दर पटेल, परिवेश मालवीय, प्रफुल्ल जैन, देवी सिंह, अरविन्द राजपूत, महेन्द्र साहू, रामसेवक निरजन, मुकेश बाबू नरवरिया, ललित निरजन, विकास राजपूत आदि मौजूद रहे।