सभी के लिए कल्याणकारी है योग

वं मानवीय आपदाओं के निवारण साथ ही बच्चों के प्रति ¨हसा एवं यौन उत्पीड़न भेदभाव आदि की घटनाओं को रोकने के भी विशेष उपाय किये जायें, जिससे छात्र-छात्राओं के लिए शिक्षा के प्रांगणों को पूर्णत: सुरक्षित बनाया जा सके।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 11:10 PM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 11:10 PM (IST)
सभी के लिए कल्याणकारी है योग
सभी के लिए कल्याणकारी है योग

संसू, लखीमपुर: राष्ट्रीय सेवा योजना की टैगोर इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर में स्वयं सेवकों को योग से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई।

शिविर में 'योग साधना एवं जीवन में इसके महत्व' विषय पर गोष्ठी की गई।

योगाचार्य अमित शुक्ला ने सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, ताड़ासन, शीर्षासन, वृक्षासन, उल्कटासन, भुजंगासन, पर्वतासन, धनुरासन एवं गोमुखासन आदि का अभ्यास कराया। इसी क्रम में विशेष शिविर के छठे दिन 'आपदा प्रबंधन पर कार्यशाला एवं मॉकड्रिल (पूर्वाभ्यास) का आयोजन किया गया। डॉ. सुभाष चन्द्रा ने आपदा प्रबन्धन कार्यशाला का संचालन करते हुए बताया कि जनसंख्या के बढ़ते दबाव एवं जलवायु परिवर्तन के कारण प्राकृतिक आपदाओं के साथ-साथ मानवीय आपदाओं का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। दो दशकों में भारत में कई आपदायें ऐसी रही है, जिनका प्रत्यक्ष सम्बन्ध विद्यालयों से रहा है। इसलिए विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ यह आवश्यक है कि प्राकृतिक एवं मानवीय आपदाओं के निवारण साथ ही बच्चों के प्रति ¨हसा एवं यौन उत्पीड़न भेदभाव आदि की घटनाओं को रोकने के भी विशेष उपाय किये जायें, जिससे छात्र-छात्राओं के लिए शिक्षा के प्रांगणों को पूर्णत: सुरक्षित बनाया जा सके। रेडक्रास की आरती श्रीवास्तव ने बताया कि बच्चे अपना सर्वाधिक समय अपने विद्यालय में व्यतीत करते है। आपदाओं से बचने व बच्चों की सुरक्षा के लिए विद्यालय परिसर में बाउंड्रीवाल, प्रवेश गेट, संवेदनशील स्थानों पर सीसी कैमरे, अग्निशमन यंत्र लगाए जाएं और सुनिश्चित किया जाए कि विद्यालय कार्य दिवस के दौरान वे कार्यशील हों। प्राचार्य डॉ. डीएन मालपानी ने बताया कि एनएसएस की टैगोर इकाई स्वयंसेवकों के सर्वांगीण विकास के साथ साथ उनमें सेवाभाव जागृत कर भविष्य में अच्छे नागरिक निर्माण में सहयोगी सिद्ध होगी।

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