प्रधान बन गए ठेकेदार, अफसर निभा रहे व्यवहार

शौचालय निर्माण में हो रही नियमों की अंदेखी। अधिकारियों की भूमिका भी सवालों में घिर रही।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 10:00 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 06:11 AM (IST)
प्रधान बन गए ठेकेदार, अफसर निभा रहे व्यवहार
प्रधान बन गए ठेकेदार, अफसर निभा रहे व्यवहार

लखीमपुर : खीरी जिले में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। इसमें जिला पंचायत राज विभाग के अधिकारियों की भूमिका सवालों में घिर गई है। अब तक सामने आए लगभग आधा दर्जन से अधिक मामलों में पाया गया है कि गांव के प्रधान खुद लाभार्थियों का पैसा निकलवा कर शौचालय बनवा रहे हैं, जिसकी वजह से मनमानी पर कोई रोकटोक नहीं है। अधिकारियों को प्रधानों की बेपटरी हो चुकी कार्यशैली की बखूबी जानकारी है लेकिन, व्यवहार के चलते चुप्पी साधे हुए हैं।

शौचालय निर्माण कराना प्रदेश व केंद्र सरकार की प्राथमिकता में है। यहां बेसलाइन सर्वे के हिसाब से साढ़े चार लाख शौचालयों का निर्माण कर जिले को खुले में शौच मुक्त किया जा किया जा चुका है। मौजूदा समय में बचे-खुचे 55 हजार परिवारों के लिए शौचालय निर्माण कराया जा रहा है। पिछले चार महीने में अधिकारियों ने जिन ग्राम पंचायतों का दौरा किया है उनमें ईसानगर, पलिया, मोहम्मदी, धौरहरा, फूलबेहड़, पलिया आदि ब्लॉक शामिल हैं। ज्यादातर विकास खंडों में प्रधानों द्वारा लाभार्थियों से पैसा निकलवा कर खुद शौचालय निर्माण कराए जाने की बात सामने आ चुकी है। दो दिन पहले ही ईसानगर ब्लॉक की पांच ग्राम पंचायतों के प्रधानों की ठेकेदारी का खुलासा हुआ है। फिर भी अधिकारियों को तर्क है कि लाभार्थी के सक्षम न होने पर प्रधानों द्वारा शौचालय बनवाना कोई अपराध नहीं है।

पीली ईंट से हो रहा शौचालय निर्माण

न कहा ब्लॉक के बड़ागांव में शौचालय निर्माण पीली ईंटों से कराया जा रहा है। दो गड्ढों की जगह एक ही गड्ढा खोदा गया है। आरसीसी की छत की जगह ईंट की छत बनाई जा रही है। धांधली उजागर होने पर पंचायत सेक्रेटरी को नोटिस जारी की गई है।

जिम्मेदार के बोल : डीपीआरओ अजय श्रीवास्तव कहते हैं कि ऐसे प्रकरण सामने आने के बाद पद के दुरुपयोग में प्रधानों को हटाया भी गया है। शौचालय निर्माण में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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