एमडीएम सेल और लेखा के बीच फंसा 60 रसोइयों का मानदेय

बेसिक शिक्षा विभाग में सबसे कम मानदेय पाने वाली रसोइयां एमडीएम सेल और वित्त एवं लेखा के बीच उलझा हो रसोइयों का मानदेय।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Dec 2020 10:04 PM (IST) Updated:Sat, 12 Dec 2020 10:04 PM (IST)
एमडीएम सेल और लेखा के बीच फंसा 60 रसोइयों का मानदेय
एमडीएम सेल और लेखा के बीच फंसा 60 रसोइयों का मानदेय

लखीमपुर: बेसिक शिक्षा विभाग में सबसे कम मानदेय पाने वाली रसोइयां एमडीएम सेल और वित्त एवं लेखा अनुभाग की बेपरवाही का शिकार हो गई हैं। करीब 60 रसोइयां ऐसी हैं, जिन्हें पिछले कई महीनों ने मानदेय नहीं मिला है। ये महिलाएं बीएसए दफ्तर का चक्कर काट रही हैं, लेकिन अधिकारी इनकी सुधि नहीं ले रहे हैं।

शहर से सटे राजापुर प्राथमिक स्कूल की रसोइयां सुनील कुमारी, राममूर्ति, माया व गीता बीएसए कार्यालय पहुंचीं। हालांकि द्वितीय शनिवार को बीएसए दफ्तर बंद था, जिससे इनकी मुलाकात जिम्मेदारों से नहीं हो सकी। महिलाओं ने बताया कि पिछले नौ महीने से इन्हें मानदेय नहीं मिला है। रसोइयां अपने साथ अर्जी और अधिकारियों को दिखाने के लिए बैंक पासबुक भी साथ लाई थीं, लेकिन उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा। इस मामले में डीसी एमडीएम ऋतुराज सिंह का कहना है कि सभी रसोइयों का मानदेय भेजा गया है। इन रसोइयों के साथ अन्य भी तमाम रसोइयां हैं, जिनके खातों में मानदेय नहीं गया है। करीब हर दूसरे-तीसरे दिन लेखाधिकारी कार्यालय को पत्र भेजकर इनका मानदेय देने की मांग की जाती है तो बताया जाता है कि खाता नंबर गलत है। दूसरी ओर वित्त एवं लेखाधिकारी डॉ. दिलीप सिंह का कहना है कि एमडीएम सेल की गलती है। कई बार बैंक खातों में दोहराव हो रहा है। खाता नंबर ही सही नहीं भेजे गए हैं। जिससे इन रसोइयों का मानदेय नहीं पहुंचा है। रसोइयों को मानदेय मिल सके, इसके लिए कई बार एमडीएम सेल को पत्र लिखकर सभी के एकाउंट नंबर सही देने को कहा गया है पर अब तक इस पर ध्यान नहीं दिया गया।

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