घर नदी की भेंट चढ़ा, पेड़ के नीचे डाला बसेरा
मोहाना नदी की चपेट में घर आया तो श्रीराम ने पेड़ के नीचे आशियाना बना दिया।
लखीमपुर : मोहाना नदी की चपेट में घर आया तो श्रीराम ने पेड़ के नीचे आशियाना बना दिया। रननगर में नदी के भीषण कटान से बेघर तीन परिवार प्रशासन की ओर मदद के लिए टकटकी लगाए हुए हैं।
कटान पीड़ित दयाराम, पूरन सिंह, श्रीराम का परिवार घर नदी में समाने के बाद पूरी तरह बेघर हैं। दर-दर की ठोकरें खाने पर विवश हैं। कटान पीड़ित श्रीराम ने तो घर नदी में बह जाने के बाद पेड़ को ही आशियाना बना लिया। परिवार पेड़ की छांव के नीचे ही खाना बनाने व रहने को विवश है। दूसरी तरफ दयाराम व पूरन सिंह के परिवारजन ने अपना सामान रिश्तेदारों के यहां पहुंचाकर इधर-उधर भटक रहे हैं। बेघर तीनों परिवार शासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। कटान पीड़ित श्रीराम ने बताया कि वह मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता था। अब परिवार के सामने रहने का संकट खड़ा हो गया है। कहीं जगह न मिलने के कारण वह पेड़ के नीचे रहने को विवश हैं। आंधी पानी से बचने के लिए उसके पास कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं है। वह प्रशासन से मदद की गुहार लगाता है।
एसडीएम निघासन ओम प्रकाश गुप्ता ने बताया कि तीनों परिवारों को अनुदान के लिए जिला प्रशासन को भेजा जा चुका है। तिरपाल व अन्य मदद के लिए जल्द सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
दुधवा-चंदनचौकी मार्ग पर छोटे वाहन चले दुधवा चंदनचौकी मार्ग पर छह दिन पूर्व तेज बारिश के बहाव से पोंगरा नाला पुलिया की जगह पर 30 फीट चौड़ा मार्ग कट गया था। जिसकी मरम्मत कर दी गई है। अब छोटे वाहनों को 50 किलोमीटर लंबा चक्कर गौरीफंटा डिगनिया होकर नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन भारी और लोड वाहनों के लिए अभी समस्या बरकरार है। मौके पर एसडीएम पलिया अमरेश कुमार ने निरीक्षण किया। पीडब्ल्यूडी के जेई मान सिंह ने बताया फिलहाल छोटे वाहनों के लिए दिक्कत खत्म हो गई है। पानी कम हो तो और पाइप डालकर बड़े वाहनों व बसों के आवागमन की व्यवस्था करवाई जाए। फिलहाल जरूरी कार्यों के लिए राहगीर गुजर सकते हैं।