मतदान में लगभग बराबरी पर रहे खीरी और धौरहरा संसदीय क्षेत्र

लखीमपुर तराई बेल्ट के दो संसदीय क्षेत्र खीरी और धौरहरा क्षेत्र में एक समानता है वो यह कि दोनों सीटों पर मतदान बराबर हुआ है। खीरी संसदीय सीट पर जहां 64.26 फीसद मतदान हुआ तो वहीं धौरहरा संसदीय सीट पर 64.70 फीसद वोट पड़े हैं। विधानसभावार एक और दिलचस्प आंकड़ा लोगों की उत्सुकता बढ़ा रहा है। खीरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा वोट निघासन और श्रीनगर विधानसभा में पड़े तो कमोवेश मोहम्मदी और कस्ता विधानसभा ने भी उसी आंकड़े को दोहराया है। खीरी में वर्ष 2014 में 64.18 प्रतिशत मतदान हुआ था इस बार मतदान प्रतिशत में मामूली बढ़ोत्तरी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 May 2019 10:43 PM (IST) Updated:Wed, 08 May 2019 09:40 AM (IST)
मतदान में लगभग बराबरी पर रहे खीरी और धौरहरा संसदीय क्षेत्र
मतदान में लगभग बराबरी पर रहे खीरी और धौरहरा संसदीय क्षेत्र

लखीमपुर: तराई बेल्ट के दो संसदीय क्षेत्र खीरी और धौरहरा क्षेत्र में एक समानता है, वो यह कि दोनों सीटों पर मतदान बराबर हुआ है। खीरी संसदीय सीट पर जहां 64.26 फीसद मतदान हुआ तो वहीं धौरहरा संसदीय सीट पर 64.70 फीसद वोट पड़े हैं। विधानसभावार एक और दिलचस्प आंकड़ा लोगों की उत्सुकता बढ़ा रहा है। खीरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा वोट निघासन और श्रीनगर विधानसभा में पड़े तो कमोवेश मोहम्मदी और कस्ता विधानसभा ने भी उसी आंकड़े को दोहराया है। खीरी में वर्ष 2014 में 64.18 प्रतिशत मतदान हुआ था, इस बार मतदान प्रतिशत में मामूली बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं धौरहरा में 68.05 के मुकाबले महज 64.70 प्रतिशत मतदान से गिरावट आई है। 29 अप्रैल को खीरी संसदीय सीट मतदान के आंकड़ों में निघासन विधिानसभा ने 67.49 प्रतिशत तथा श्रीनगर विधानसभा ने 66.51 प्रतिशत मतदान से बाजी मारी। इन दोनों जगहों पर हुई वोटिग से अधिकारी गदगद थे और धौरहरा क्षेत्र में भी इसी रफ्तार से मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए ताकत झोंक दी। नतीजा यह हुआ कि निघासन और श्रीनगर की तरह ही मोहम्मदी और कस्ता विधानसभा सबसे तेजी से वोट पड़ना शुरू हुए और आखिर तक वहां के मतदाताओं का जज्बा कायम रहा। जिसकी वजह से दोनों क्षेत्र मतदान प्रतिशत में अव्वल रहे।

खीरी सीट के मतदान प्रतिशत के आंकड़े

पलिया विधानसभा- 65.16 प्रतिशत

निघासन विधानसभा- 67.49 प्रतिशत

लखीमपुर विधानसभा- 59.86 प्रतिशत

श्रीनगर विधानसभा- 66.51 प्रतिशत

गोला विधानसभा- 63.54 प्रतिशत

धौरहरा सीट के मतदान प्रतिशत के आंकड़े

धौरहरा विधानसभा- 61.62 प्रतिशत

कस्ता विधानसभा- 66.24 प्रतिशत

मोहम्मदी विधानसभा- 66.48 प्रतिशत

महोली विधानसभा- 63.40 प्रतिशत

हरगांव विधानसभा- 66.00 प्रतिशत

पढ़े-लिखों ने मतदान में किया शर्मिंदा

लोकसभा के चुनाव में जिले की आठों विधानसभाओं में लखीमपुर सबसे फिसड्डी रहा है। यहां सिर्फ 59.86 प्रतिशत ही मतदान हो पाया। जबकि शहरी क्षेत्र और आसपास बसे कस्बों में पढ़े-लिखे मतदाताओं की संख्या ज्यादा है लेकिन, मताधिकार का प्रयोग करने के लिए शहरी क्षेत्र के मतदाता घर से कम ही निकले। प्रशासन में चर्चा है कि अगर शहरी मतदाताओं ने बढ़चढ़ कर मतदान में हिस्सा लिया होता तो खीरी संसदीय सीट पर मतदान का आंकड़ा और ज्यादा होता।

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