आयुष्मान कार्ड के नाम पर हो रही धन की उगाही

गरीब परिवार के प्रत्येक सदस्य को साल में पांच लाख रूपये तक के नि:ल्क इलाज के लिए शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के तहत अब उगाही का खेल भी शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Jan 2019 09:55 PM (IST) Updated:Tue, 29 Jan 2019 09:55 PM (IST)
आयुष्मान कार्ड के नाम पर हो रही धन की उगाही
आयुष्मान कार्ड के नाम पर हो रही धन की उगाही

लखीमपुर: गरीब परिवार के प्रत्येक सदस्य को साल में पांच लाख रुपये तक के नि:शुल्क इलाज के लिए शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के तहत अब उगाही का खेल भी शुरू हो गया है। दरअसल जिन परिवारों के नाम सर्वे के बाद ऑनलाइन दर्ज हो गए उन्हें नि:शुल्क रूप से कार्ड जारी किया जाता है। इसके बदले में सरकार की तरफ से संबंधित एजेंसी को 50 रुपया प्रति कार्ड दिया जाता है, लेकिन इस समय नगर में तमाम जगहों पर कार्ड बनाने का काम किया जा रहा है, जहां पर मरीजों से 50-100 रुपये अलग से कार्ड बनाने के लिए लिए जाते हैं। तमाम कम्प्यूटर की दुकानें तो सिर्फ इसीलिए खुली हैं जहां पर कार्ड के नाम पर उगाही की जा रही है। इस बीच एक नए तरीके से धन उगाही का काम भी होने लगा है। दरअसल शुरुआती दौर में केवल उन्हें ही लाभांवित किया गया, जिनका नाम बीपीएल 2011 सूची में था। इसके लिए बाकायदा एक महीने तक सर्वे का काम भी घर-घर जाकर किया गया। जिसमें स्वास्थ्य महकमे का किरदार अहम था। इसी सर्वे के आधार पर संबंधितों को स्मार्ट कार्ड जारी किए जा रहे हैं। जिनके नाम नहीं हैं उन्हें कार्ड नहीं दिया जा रहा है। इधर भ्रम फैलाया जा रहा है कि इस स्कीम में नाम बढ़ाने के लिए ऑनलाइन आवेदन हो रहे हैं, जिनके लिए 100 से 200 रूपया तक वसूला जा रहा है। दावा है कि ऐसा करने के बाद एक माह के भीतर संबंधितों को कार्ड जारी हो जाएगा और वे भी वर्ष में पांच लाख रूपये तक का नि:शुल्क इलाज करा सकेंगे। हालांकि स्वास्थ्य महकमे के जिम्मेदार चिकित्सा अधीक्षक एसके चौधरी ने बताया कि इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है और न ही इस संबंध में कोई दिशा-निर्देश मिले हैं।

chat bot
आपका साथी