आसान नहीं है पीलीभीत-बस्ती मार्ग पर निकलना
लखीमपुर : विभागीय लापरवाही के चलते एवं मानक से वितरीत बनाया गया पीलीभीत-बस्ती राष्ट्रीय राजमार्ग गड
लखीमपुर : विभागीय लापरवाही के चलते एवं मानक से वितरीत बनाया गया पीलीभीत-बस्ती राष्ट्रीय राजमार्ग गड्ढों में तब्दील होता जा रहा है। जगह-जगह बने जानलेवा गड्ढों के कारण राहगीरों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिला मुख्यालय से गोला तक महज 35 किमी की दूरी तय करने में राहगीरों के पसीना छूटने लगता है। कहने को इस मार्ग की मरम्मत आये दिन हुआ करती है, लेकिन यह राहगीरों का दुर्भाग्य ही कहा जायेगा कि मरम्मत के बाद भी इसकी दशा सुधरने के बजाया बिगड़ती ही जा रही है।हैरत की बात है कि इस मार्ग से जिले के आला अधिकारी रोजाना निकलते हैं, लेकिन किसी की भी नजर इस खस्ताहाल मार्ग पर नहीं पड़ती है। यही कारण है कि जिले की मुख्य सड़क होने के बावजूद इसकी हालत खराब होती जा रही है। जिला मुख्यालय से गोला जाने वाले पीलीभीत-बस्ती मार्ग का नवीनीकरण अभी हाल में ही कराया गया था। नवीनीकरण करवाने के कुछ ही समय बाद इसकी परतें उखड़नी शुरू हो गयी थी। इस 35 किमी मार्ग का निर्माण दो अलग-अलग ठेकेदारों द्वारा कराया गया था। करीब दो साल तक पचपेड़वा तिराहे से केश्वापुर तक करीब दस किमी की सड़क बदहाल रही। अब पचपेड़वा तिराहे के पास से लखीमपुर तक का हाइवे इस समय खस्ताहाल है। धौरहरा खुर्द गांव के पास तो बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं। सड़क में जगह-जगह बने गड्ढों के कारण आवागमन में काफी परेशानी होती है। इन गड्ढों से बचकर निकलने के चक्कर में आये दिन यहां सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। सैंकड़ों राहगीरों ने मार्ग की मरम्मत करवाये जाने की मांग की है।