हमने देखी है बदलते भारत की तस्वीर

कुशीनगर में बुजुर्गो ने आजादी के 75 वर्षो में हुए विकास के मुद्दे पर खुल कर अपनी बात रखी तथा इस दौरान हुए विकास को उत्साहजनक बताया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Aug 2021 01:10 AM (IST) Updated:Sun, 15 Aug 2021 01:10 AM (IST)
हमने देखी है बदलते भारत की तस्वीर
हमने देखी है बदलते भारत की तस्वीर

कुशीनगर : आजादी के 75 वर्षों में बदलते भारत की तस्वीर जिन आंखों ने देखी है, उनमें नए भारत की सुखद तस्वीर कैद है। कदम दर कदम विकास की नई इबारत गढ़ते स्वतंत्र भारत के बुलंद हौसलों की कहानी भी इन आंखों में छिपी है। कुछ ऐसे ही बुजुर्गों से आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर उनके विचार जागरण ने साझा किए तो लोगों ने बताया कि पहले सुई भी मुश्किल से मिलती थी अब आनलाइन पहाड़ तक खरीदा जा सकता है। शिक्षा, साहित्य, कला, विज्ञान, तकनीक आदि सभी क्षेत्रों में हम बुलंदी छू रहे हैं।

आज दरवाजे पर खड़ा है बाजार

नेबुआनौरंगिया ब्लाक के खजुरिया गांव के रहने वाले 102 वर्षीय शिवपूजन पाण्डेय की आंखों में आजादी के 75 साल के सवाल पर अजब सी चमक देखने को मिली। बोले विकास का अंदाजा बस इसी बात से लगा लीजिए कि जब हम बाजार जाते थे तो दुकान पर सुई तक खोजनी पड़ती थी। आज आनलाइन पूरा बाजार ही दरवाजे पर खड़ा है। तब के और आज के दौर के बारे में सोचकर बहुत सुखद अनुभूति होती है।

तकनीक के क्षेत्र में में हुआ भारत का नाम

नेबुआ नौरंगिया ब्लाक ढोरही निवासी 81 वर्षीय उमाशंकर मिश्र बताते हैं कि पहले हम तकनीक के क्षेत्र में दूसरे देशों पर निर्भर रहते थे। इन 75 वर्षों में देश ने इतनी तरक्की की है कि दुनिया के शीर्ष देशों में हमारा नाम है। आज हमारी पहुंच चांद से लेकर मंगल तक है। यह है 75 वर्षों में तैयार हुआ सशक्त और स्वावलंबी भारत है।

अंतरिक्ष की दुनिया में भारत का बड़ा नाम

-सुमहीं खुर्द के 85 वर्षीय रामनारायण मिश्र बताते हैं कि अंतरिक्ष की दुनिया में भारत विश्व के चुनिदा पांच देशों में शामिल है। 75 वर्षों में भारत ने यह सशक्त यात्रा तय की है, जो आसान नहीं थी। आज हर भारतीय इस पर गर्व कर सकता है। देश की बढ़ती सामरिक व आर्थिक ताकत को पूरी दुनिया मान रही है।

75 साल हर भारतीय के गर्व का विषय

कप्तानगंज कस्बा निवासी लाल परीखा वर्मा बताते हैं कि इन आंखों ने 75 साल में बदलते भारत की वह तस्वीर देखी है, जिस पर हर भारतीय को गर्व महसूस होगा। सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव अब नहीं दिखता। आज भारत सशक्त भारत की तस्वीर के साथ दुनिया के सामने खड़ा है। ऐसे में हम नागरिकों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।

आज दुनिया को अनाज देता है भारत

खैरी गांव के 81 वर्षीय प्रगतिशील किसान रमाकांत कुशवाहा बताते हैं कि हमने आजादी के 75 साल में मजबूत नौजवान और समृद्ध किसान की तस्वीर देखी है। पहले भारत अनाज के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहता था। उन्नत तकनीक और संसाधन मिले तो खेती से हमने गोदाम भर दिया। आज हम दुनिया को अनाज देने की स्थिति में हैं।

मील के पत्थर बनकर खड़े हैं 75 वर्ष

कुशीनगर के आंबेडकर नगर वार्ड निवासी डा. रामसनेही सिंह कहते हैं कि आजादी के बाद के सफर को देश ने पूरी मजबूती के साथ तय किया। दुनिया में अपनी बेहतर साख बनाई तो विकास को हर गांव तक पहुंचाया। आजादी के बाद का सफर बहुत आसान नहीं था, लेकिन उसको पार कर आज देश मजबूती से खड़ा है, जहां हम सभी फक्र महसूस कर रहे हैं।

सुखद हैं 75 वर्षों का यह सफर

अहिरौली मिश्र निवासी 75 वर्षीय हरिदयाल मिश्र बताते हैं कि आजादी के 75 वर्षों का यह सफर सुखद है। इन वर्षों में भारत उस रूप में आगे बढ़ रहा है, जिस आजाद भारत का सपना आजादी के दीवानों ने देखा था। आज हम कला, साहित्य खेल हर क्षेत्र में मजबूती से खड़े हैं। भारतवासी होना गौरवान्वित करता है।

देश की सीमा से लेकर गांव तक मजबूत भारत

कप्तानगंज बंदेलीगंज निवासी गोमती सिंह बताते हैं कि इन 75 वर्षों में भारत, देश की सीमा से लेकर गांव तक मजबूत हुआ है। सीमा पर जवानों की ताकत बढ़ी है तो आधुनिकता के दौर को साधता गांव सशक्त हुआ है। ग्रामवासी खुशहाल हो रहे हैं। यही तो होता है आजादी का सही मायने।

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