कटान की भयावह स्थिति देख पलायन को मजबूर ग्रामीण
दुदही विकास खंड स्थित अमवा खास बांध के किमी 7.800 व किमी 8.00 पर नारायणी नदी की वेगवती धारा के टकराने व बैकरोंलिग के कारण हो रहे कटान देख ग्रामीणों के होश उड़ गए हैं। भयभीत ग्रामीण घर गृहस्थी का सामान ट्रैक्टर-ट्राली पर लादकर पलायन करने लगे है। स्थिति यह है की रामपुर बरहन के लक्ष्मीपुर डीह परोरही भवानीपुर आदि गांवों के आस्तित्व पर संकट मंडराने लगा है।
कुशीनगर : दुदही विकास खंड स्थित अमवा खास बांध के किमी 7.800 व किमी 8.00 पर नारायणी नदी की वेगवती धारा के टकराने व बैकरोंलिग के कारण हो रहे कटान देख ग्रामीणों के होश उड़ गए हैं। भयभीत ग्रामीण घर गृहस्थी का सामान ट्रैक्टर-ट्राली पर लादकर पलायन करने लगे है। स्थिति यह है की रामपुर बरहन के लक्ष्मीपुर डीह, परोरही, भवानीपुर आदि गांवों के आस्तित्व पर संकट मंडराने लगा है। नदी बांध से महज 15 से 20 मीटर की दूरी पर आ गई है। गुरुवार को तीन बजे दिन में नदी का डिस्चार्ज एक लाख 39 हजार 400 क्यूसेक था और नदी का दबाव बांध पर बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का हुजूम बांध पर सरकारी बचाव को देख मायूस था। 2002 यानि 17 वर्ष पहले इसी स्थान से करीब 700 मीटर पहले बांध टूट गया था और भारी तबाही मची थी। जिसे सोच लोग दहशत में हैं। इस संबंध में सहायक अभियंता हरिशंकर पांडेय ने बताया कि बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। बांध पूरी तरह ठीक है।