ब्रिटिश नागरिक ने लगाई नेपाल टू इंडिया की दौड़

इंग्लैंड की सामाजिक संस्था रन क्रू के संस्थापक मैक्सवेल एलिस्टर व्हाइट (33) लोगों की सेहत दुरुस्त रखने के लिए मुहिम दौड़ को बढ़ावा दे रहे हैं। मैक्सवेल नेपाल के लुंबनी से दौड़ते हुए शुक्रवार की सुबह कुशीनगर पहुंचे। गौतम बुद्ध की जन्मस्थली से निर्वाण स्थली कुशीनगर तक लगाई गई दौड़ के पीछे मैक्सवेल की मंशा सेहत के साथ शांति का संदेश देने की भी रही।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Nov 2019 11:28 PM (IST) Updated:Fri, 29 Nov 2019 11:28 PM (IST)
ब्रिटिश नागरिक ने लगाई नेपाल टू इंडिया की दौड़
ब्रिटिश नागरिक ने लगाई नेपाल टू इंडिया की दौड़

कुशीनगर : इंग्लैंड की सामाजिक संस्था रन क्रू के संस्थापक मैक्सवेल एलिस्टर व्हाइट (33) लोगों की सेहत दुरुस्त रखने के लिए मुहिम 'दौड़' को बढ़ावा दे रहे हैं। मैक्सवेल नेपाल के लुंबनी से दौड़ते हुए शुक्रवार की सुबह कुशीनगर पहुंचे। गौतम बुद्ध की जन्मस्थली से निर्वाण स्थली कुशीनगर तक लगाई गई दौड़ के पीछे मैक्सवेल की मंशा सेहत के साथ शांति का संदेश देने की भी रही।

रायल नेवी से स्वैच्छिक अवकाश ले चुके मैक्सवेल ने दौड़ते हुए 160 किमी की दूरी चार दिन में पूरी की। मैक्सवेल की संस्था रन क्रू पूरी दुनिया में शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को चुस्त-दुरुस्त रखने की मुहिम चला रही है। कहा कि दौड़ कोई प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि यह समाज को स्वस्थ्य विशेषकर मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का जागरूकता अभियान है। नेपाल टू इंडिया दौड़ के दौरान मैक्सवेल ने रास्ते में पड़ने वाले विद्यालय और गांवों में जाकर बच्चों व ग्रामीणों से मिलकर अपने अभियान की जानकारी देते हुए उनको श्रम करने के लिए जागरूक किया। इनकी योजना कुशीनगर के बाद दौड़ते हुए बोधगया जाने की है। बताया कि वे इस दौरान ग्रामीण भारत के साथ-साथ सनातन व बौद्ध धर्म, परम्परा, रीति-रिवाज, संस्कृति व खान पान को नजदीक से देखना चाहते हैं। ब्रिटेन में उनकी संस्था के लोग दौड़ कर लोगों को मानसिक स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए जागरूक करते हैं। पिछले वर्ष गुजरात में 10 दिन की दौड़ लगा चुके हैं। कुशीनगर पहुंचने पर पर्यटन कारोबारी टीके राय ने साथियों संग मैक्स का स्वागत किया।

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