कार्तिक पूर्णिमा पर हुआ कठिन चीवर दान

कुशीनगर : कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को कठिन चीवर दान का समारोह पूर्वक आयोजन किया गया। कार्

By Edited By: Publish:Wed, 25 Nov 2015 11:20 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2015 11:20 PM (IST)
कार्तिक पूर्णिमा पर हुआ कठिन चीवर दान

कुशीनगर : कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को कठिन चीवर दान का समारोह पूर्वक आयोजन किया गया। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान बुद्ध ने अर्हता प्राप्त 60 भिक्षुओं को विभिन्न दिशाओं में धम्म प्रचार हेतु भेजा था। उन्होंने निर्देश दिया था कि भिक्षु गण बिना किसी भेदभाव के प्रत्येक दुखी व्यक्ति को सुखी बनाने का प्रयास करें। प्रात: काल भव्य जलूस निकला और महापरिनिर्वाण मंदिर में पहुंच कर पूजन अर्चन किया। वहीं एबी ज्ञानेश्वर ने आज के दिन के महत्व और कठिन चीवर दान के दान के बारे में बताया। उन्होंने इसके पूर्व त्रिशरण पंचशील भी दिया। थाई बुद्ध मंदिर के पी. सोमपोंग, पी. सोंगक्रान, भिक्षु इंदीय आदि ने बौद्ध धम्म और दर्शन की चर्चा की। डा. आरसी नेगी ने शील समाधि के महत्व को बताया। आभार भंते शील प्रकाश ने ज्ञापित किया तथा भंते नंदरतन ने संचालन किया। इसके पूर्व भंते महेंद्र ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। चंद्रमणि विद्यालय के बच्चों तथा अमरनाथ द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर भंते नंदिका, भंते अशोक, भंते नया¨नदा, भंते वन्ना, डा. विरेंद्र कुमार, टीके राय, रामनगीना, भीम, फूलबदन, मल्लिका आदि उपस्थित रहे।

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