गोल्डन कार्ड के अभाव में नहीं हो पा रहा इलाज

संसू कसेंदा कौशांबी किसी गरीब की गंभीर बीमारी की वजह से मौत न हो।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 11:12 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 11:12 PM (IST)
गोल्डन कार्ड के अभाव में नहीं हो पा रहा इलाज
गोल्डन कार्ड के अभाव में नहीं हो पा रहा इलाज

संसू, कसेंदा, कौशांबी : किसी गरीब की गंभीर बीमारी की वजह से मौत न हो। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने वर्ष 2018 में आयुष्मान भारत योजना लागू की है। इस योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को गोल्डेन कार्ड जारी कर पांच लाख तक का उपचार निश्शुल्क कराए जाने का प्रावधान है, लेकिन जनपद के कई गरीबों को इस योजना का लाभ नहीं मिला पा रहा है। स्थानीय स्तर पर हो रही गड़बड़ी का खामियाजा लाभार्थी भुगत रहे हैं।

चायल पीएचसी क्षेत्र के कसेंदा निवासी रमेश कुमार साहू पुत्र धनी साहू अपने जवानी के दिन देखने के पहले ही बूढ़ा हो गया है। वह एवैस्कुलर नेक्रोसिस बीमारी से ग्रस्त हो गया है। इससे उसके कूल्हे की हड्डी खराब हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंद को गोल्डेन कार्ड दिलाने के लिए सर्वे की जिम्मेदारी आशाओं को मिली थी। कसेंदा गांव में रमेश को सर्वे के दौरान छोड़ दिया गया। बीमारी का दंश झेल रहे सर्जरी की जरूरत है। रमेश कुमार के मुताबिक उसके पिता उसका साथ छोड़ कर प्रयागराज में रहते हैं। भाई राकेश भी अपने बीवी बच्चों संग उससे दूर रहता है। माता अनारकली की दो साल पहले हुई मौत हो चुकी है। वह अकेला ही रहता है। एक साल से लाठी के सहारे खिसक कर किसी तरह मोहल्ले के लोगों से मिले निवाले से जीवन बिता रहा है। अपनी इस बीमारी का इलाज कराने के लिए अधिकारियों समेत प्रतिनिधियों से गुहार लगाई लेकिन किसी ने उसकी सुधि नहीं लिया। गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए भी दफ्तरों के चक्कर काटे लेकिन सफलता नहीं मिली। चायल पीएचसी क्षेत्र के कसेंदा निवासी रमेश कुमार एवैस्कुलर नेक्रोसिस बीमारी से ग्रस्त और इलाज के लिए उनके पास रुपये नहीं है और न ही इन्हें गोल्डेन कार्ड जारी किया गया है। इसकी जानकारी नहीं थी। यदि ऐसा है तो रमेश कुमार की सर्जरी करने का पूरा इंतजाम कराया जाएगा।

संजय गुप्ता, चायल विधायक

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