एसपी का आदेश बेअसर, प्रभारी ने कहा कोर्ट जाओ

कोखराज थाना क्षेत्र के हर्रायपुर गांव में दहेज उत्पीड़न के बाद विवाहिता को परिवार परामर्श केंद्र की ओर से जबरन पति के साथ रहने का दबाव बनाया जा रहा है। ऐसा न करने पर कोर्ट से मुकदमा लिखाने की सलाह दी गई। एसपी के आदेश को दरकिनार कर केंद्र प्रभारी पर आरोप लगाते हुए पीड़िता ने शिकायत आइजी परिक्षेत्र समेत अन्य आला अफसरों से की है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Sep 2019 11:38 PM (IST) Updated:Sat, 07 Sep 2019 06:28 AM (IST)
एसपी का आदेश बेअसर, प्रभारी ने कहा कोर्ट जाओ
एसपी का आदेश बेअसर, प्रभारी ने कहा कोर्ट जाओ

जासं, कौशांबी : कोखराज थाना क्षेत्र के हर्रायपुर गांव में दहेज उत्पीड़न के बाद विवाहिता को परिवार परामर्श केंद्र की ओर से जबरन पति के साथ रहने का दबाव बनाया जा रहा है। ऐसा न करने पर कोर्ट से मुकदमा लिखाने की सलाह दी गई। एसपी के आदेश को दरकिनार कर केंद्र प्रभारी पर आरोप लगाते हुए पीड़िता ने शिकायत आइजी परिक्षेत्र समेत अन्य आला अफसरों से की है।

इलाके के आलमचंद्र की सूफिया पुत्री शकील अहमद की शादी वर्ष 2018 में फिरोज अहमद के साथ की थी। शादी के बाद से ही ससुरालीजन दहेज पांच लाख रुपये व मोटरसाइकिल के लिए प्रताड़ित करने के लिए सूफिया को प्रताड़ित करने लगे। जबकि शादी में एक स्कूटी व चार लाख रुपये के अलावा गृहस्थी के अन्य सामान दिए गए थे। इसके बावजूद मारपीट कर घर से निकाल दिया। मायके आई सूफिया का आरोप है कि आठ अगस्त की रात पति आया मायके आया और बिना स्वेच्छा के संबंध बनाए। सूफिया के शोर मचाने पर परिवार वालों ने हस्तक्षेप किया तो वह धमकी देते हुए चला गया। इसे लेकर दूसरे दिन ग्रामीणों के बीच पंचायत हुई। अपने हत्या की आशंका में दहशतजदा सूफिया ने ससुराल जाने से मना कर दिया। साथ ही दहेज में दी गई रकम को वापस करने की बात उठी। इसके बावजूद पति ने इन्कार कर दिया। मामले की शिकायत पर एसपी ने जांच परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी रितु तिवारी को सौंपी। सूफिया के मुताबिक वह बार-बार चिल्लाती रही कि उसकी ससुराल में हत्या हो जाएगी। इसके बावजूद उस पर जबरन पति के साथ रहने का दबाव बनाया गया। सूफिया के न मानने पर अदालत की शरण में जाने की बात कहते हुए भगा दिया गया। इंसाफ न मिलने से आहत पीड़िता ने गुरुवार को आला अफसरों से शिकायत की। मामला संज्ञान में नहीं है। यदि विवाहिता हत्या की आशंका में अपनी ससुराल में नहीं रहना चाहती तो ठीक है। यदि उस पर जबरन ससुराल भेजने का दबाव बनाया जा रहा है तो गलत है। मामले की जांच कराते हुए विवाहिता को इंसाफ दिलाया जाएगा।

- प्रदीप गुप्ता, पुलिस अधीक्षक।

chat bot
आपका साथी