अब एमडीएम के लिए स्कूल उगाएंगे सब्जियां

जासं कौशांबी एमडीएम में प्रति दिन लगाने वाली सब्जी को अब स्कूल परिसर में शिक्षक उगा सकते हैं। इसके अलावा यदि काम नहीं चलता तो समूह के सदस्यों को सब्जी उगाने के लिए प्रेरित करें। उनकी सब्जियों को खरीदकर विद्यालय में प्रयोग किया जाए। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इस बात का निर्देश दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Jul 2019 11:57 PM (IST) Updated:Fri, 19 Jul 2019 06:28 AM (IST)
अब एमडीएम के लिए स्कूल उगाएंगे सब्जियां
अब एमडीएम के लिए स्कूल उगाएंगे सब्जियां

जासं, कौशांबी : एमडीएम में प्रति दिन लगाने वाली सब्जी को अब स्कूल परिसर में शिक्षक उगा सकते हैं। इसके अलावा यदि काम नहीं चलता तो समूह के सदस्यों को सब्जी उगाने के लिए प्रेरित करें। उनकी सब्जियों को खरीदकर विद्यालय में प्रयोग किया जाए। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इस बात का निर्देश दिया है।

परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की सेहत से विभाग कोई समझौता नहीं करना चाहता, ऐसे में निदेशक एमडीएम प्राधिकरण ने प्रदेश भर के स्कूलों के लिए नई व्यवस्था लागू की है। उन्होंने सभी को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि स्कूल की खाली भूमि पर अध्यापक किचन गार्डन तैयार करें। यहां उगाई गई सब्जियां बाजार की सब्जियों से बेहतर होगी और इससे बच्चों की सेहत भी बेहतर होगी। इस सुझाव के साथ ही उन्होंने कहा है कि इससे काम नहीं चलता तो स्कूल की मां समूहों को इस बात के लिए प्रेरित करें, कि वह खुद सब्जियां उगाए और इस सब्जी को स्कूल उन समूहों से खरीदकर बच्चों को खिलाएगा। इसके लेकर प्रभारी बीएसए ने हर स्कूल निर्देश दिया है कि वह अपनी जरूरत के लिए खुद किचेन गार्डन तैयार कर सब्जी उगाए। उन्होंने इसके लिए प्रेरित करने को खंड शिक्षा अधिकारियों को भी निर्देश दिया है। मां समूह के सदस्यों की उगाई सब्जियों को प्राथमिकता

जासं, कौशांबी : स्कूल परिसर में सब्जी उगाने के बाद भी अगर विद्यालय के लिए सब्जियां पर्याप्त नहीं हो पाती तो इसके लिए शिक्षक मां समूह के सदस्यों को सब्जी उगाने के लिए प्रेरित करेगा। स्कूल के बाद मां समूह की सदस्यों से सब्जी खरीदने को प्राथमिकता दी गई है। इसके अलावा गांव के अन्य लोगों से भी सब्जी खरीदने का निर्देश दिया गया है। व्यावहारिक नहीं है आदेश :

अध्यापक स्कूल में बच्चों को पढ़ाएंगे कि सब्जी उगाएंगे, यह काम व्यावहारिक नहीं है। यह काम रसोइया व प्रधान की जिम्मेदारी में दिया जा सकता है। शिक्षकों को इस प्रकार की जिम्मेदारी सौपी गई तो इसका विरोध होगा। जिले के तमाम स्कूल तो खुद सुरक्षित नहीं है। ऐसे में सब्जियों कैसे सुरक्षित रहेगी यह समझ से परे है।

- अनिल सिंह, अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ सरसवां ब्लाक। पूर्व में भी एक बार इस प्रकार का आदेश जारी किया गया था लेकिन यह धरातल पर नहीं उतर सका। यह व्यावहारिक भी नहीं है। इससे स्कूल का कार्य प्रभावित होगा।

- नितिन यादव, अध्यक्ष बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन।

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