मरीजों के भोजन व नाश्ते में गड़बड़झाला, बिगड़ रही सेहत

जासं कौशांबी जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी व पीएचसी भर्ती होने वाले मरीजों को मुफ्त में इलाज के साथ नाश्ता व खाने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए पंचशील इंटर प्राइजेज को टेंडर दिया गया है। लोगों की मानें तो मरीजों को देने वाले नाश्ता व खाने में अनियमितता बरती जा रही है। गुणवत्तापूर्ण खाना न मिलने से मरीजों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। शिकायत के बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Jul 2019 10:50 PM (IST) Updated:Mon, 15 Jul 2019 06:30 AM (IST)
मरीजों के भोजन व नाश्ते में गड़बड़झाला, बिगड़ रही सेहत
मरीजों के भोजन व नाश्ते में गड़बड़झाला, बिगड़ रही सेहत

जासं, कौशांबी : जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी व पीएचसी भर्ती होने वाले मरीजों को मुफ्त में इलाज के साथ नाश्ता व खाने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए पंचशील इंटर प्राइजेज को टेंडर दिया गया है। लोगों की मानें तो मरीजों को देने वाले नाश्ता व खाने में अनियमितता बरती जा रही है। गुणवत्तापूर्ण खाना न मिलने से मरीजों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। शिकायत के बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ।

जनपद के अस्पतालों में भर्ती प्रति मरीज को 90 रुपये की दर से नाश्ता व भोजन देने की संस्तुति संस्था को स्वास्थ्य विभाग ने की है। विभागीय अधिकारियों से मिली भगत कर ठेकेदार भर्ती मरीजों को मेन्यू के अनुसार खाना नहीं दे रहा है। पिछले तीन वर्ष से सीएचसी व पीएचसी के मरीजों को एक बार भी मीट-मछली, अंडा आदि आजतक भर्ती मरीजों को नसीब तक नहीं हुआ है। वहीं सुबह के नाश्ते में छह पीस ब्रेड के बदले दो पीस ब्रेड ही मरीजों को दिया जा रहा है। वहीं मौसमी फल की बात ही मत पूछिए। जबकि दोपहर के खाने से दही गायब है तो रात के भोजन में दाल। अगर बात करें तो पानी में दाल है या दाल में पानी कहना कठिन है। वहीं सब्जियों में आलू के अलावा अन्य सब्जियां ढूंढने से ही मिल पाती है। मेन्यू के अनुसार भोजन व नाश्ते की शिकायत कई बार मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से की थी लेकिन ध्यान नहीं दिया गया है। अस्पतालों में नहीं लगाया मेन्यू चार्ट

टेंडर में खाने व नाश्ते का मेन्यू भी निर्धारित है। शासनादेश के मुताबिक ठेकेदार को सभी अस्पतालों में मेन्यू का चार्ट भी लगाना चाहिए जिससे मरीजों को पता चले की किस दिन क्या मिलेगा, लेकिन किसी भी अस्पताल में ठेकेदार ने मेन्यू का चार्ट नहीं लगाया है। इससे काफी गड़बड़ी हो रही है। मानक के अनुसार नाश्ता व भोजन

पौष्टिक आहार के साथ सप्ताह में एक दिन मरीजों को मीट, मछली, चिकेन या अंडा करी देने का प्रावधान है। इतना ही नहीं कायदे से मरीजों को प्रति दिन नाश्ते में छह पीस ब्रेड, एक उबला अंडा, एक मौसमी फल देना है। वहीं दोपहर के भोजन में दो सौ ग्राम चावल, सौ ग्राम दाल, डेढ़ सौ ग्राम सब्जी के साथ सौ ग्राम दही भी दिया जाना है। शाम के वक्त एक कप चाय के साथ दो पीस बिस्किट भी दिया जाना है। वहीं रात के भोजन में छह पीस गेहूं की रोटी, डेढ़ सौ ग्राम सब्जी के साथ 100 ग्राम दाल भी देना है। अस्पतालों में भर्ती मरीजों को खाने व नाश्ते के मेन्यू का चार्ट अस्पताल में नहीं लगा तो मामला गंभीर है। ठेकेदार मरीजों को नाश्ता व खाना देने में गड़बड़ी कर रहा है तो इसकी जांच के लिए अपर सीएमओ की अगुवाई में तीन सदस्यीय टीम का गठन कर जांच कराई जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई भी जाएगी।

डॉ. पीएन चतुर्वेदी, सीएमओ।

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