पीएमकेवीवाई से चार साल में सिर्फ 1336 को मिला रोजगार

युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) चलाई जा रही है। इसके तहत पाठ्यक्रमों में सुधार बेहतर प्रशिक्षण देकर युवक व युवतियों को रोजगार से जोड़ने का प्रयास जारी है लेकिन कौशांबी में यह योजना अपने लक्ष्य से भटकी हुई है। पिछले चार वर्षों में 9475 बेरोजगारों को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ने का लक्ष्य था सिर्फ 1336 बेरोजगारों को अब तक रोजगार मिल सका। बाकी युवा आज भी रोजगार के लिए परेशान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Nov 2020 11:19 PM (IST) Updated:Tue, 10 Nov 2020 11:19 PM (IST)
पीएमकेवीवाई से चार साल में सिर्फ 1336 को मिला रोजगार
पीएमकेवीवाई से चार साल में सिर्फ 1336 को मिला रोजगार

कौशांबी : युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) चलाई जा रही है। इसके तहत पाठ्यक्रमों में सुधार, बेहतर प्रशिक्षण देकर युवक व युवतियों को रोजगार से जोड़ने का प्रयास जारी है, लेकिन कौशांबी में यह योजना अपने लक्ष्य से भटकी हुई है। पिछले चार वर्षों में 9,475 बेरोजगारों को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ने का लक्ष्य था, सिर्फ 1,336 बेरोजगारों को अब तक रोजगार मिल सका। बाकी युवा आज भी रोजगार के लिए परेशान हैं।

कौशल विकास मिशन के तहत बेरोजगार युवाओं व युवतियों को कंप्यूटर शिक्षा, फैशन डिजाइनर, सिलाई-कढ़ाई, हेयर कटिग समेत 36 ट्रेडों पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। वर्ष 2016-17 से मार्च 2020 तक जनपद के 9,475 बेरोजगारों को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ना था, लेकिन जिम्मेदारों ने योजना को लेकर लापरवाही बरती, जिसकी वजह से कई केंद्र बंद हो गए। पिछले चार वर्ष में प्रशिक्षण देकर 4,879 लोगों को प्रमाण पत्र दिया गया, जिसमें 1,336 लोग ही रोजगार से जुड़ सके हैं। मंझनपुर के अजय ने बताया कि इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद सरकारी नौकरी के लिए कई खुली भर्ती व दौड़ में भाग लिया। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली तो रोजगार परख प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद भी रोजगार नहीं मिल रहा है। सिराथू के सुरेंद्र ने बताया कि इंटर की पढ़ाई पूरी करने के बाद सरकारी नौकरी के लिए कई आवेदन किया। मगर कहीं सफलता नहीं मिली। रोजगार से जुड़ने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में प्रशिक्षण भी प्राप्त किया, यह भी मायूसी हाल लगी।

रोजगार के लिए भटक रहे 3,543 युवा

कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ज्यादातर युवक-युवतियों को रोजगार मिल नहीं पाया है। पिछले चार वर्ष में योजना के तहत 4,879 लोगों प्रमाण पत्र दिया, जिसमें 1,336 लोग ही स्वरोजगार से जुड़ सके हैं। 3543 युवा बेरोजगारी से जूझ रहे हैं। प्रशिक्षित युवा व युवतियां विकास भवन स्थित कौशल विकास विभाग के कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। वर्जन..

कौशल विकास मिशन के तहत बेरोजगार युवाओं व युवतियों को कंप्यूटर शिक्षा, फैशन डिजाइनर, सिलाई-कढ़ाई, हेयर कटिग समेत 36 ट्रेडों पर प्रशिक्षण देने का प्राविधान है। कोविड की वजह से इस वित्तीय वर्ष में प्रशिक्षण केंद्र नहीं चल सके। जल्द ही चार प्रशिक्षण केंद्र चालू करके बेरोजगारों को प्रशिक्षित कर स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।

-शशिकांत त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी

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