बूंद - बूंद पानी को तरस रहे मकदूमपुर के लोग

संसू कसेंदा नेवादा विकास खंड के मकदूमपुर गांव के लोग इस समय बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। गांव में लगे अधिकतर हैंडपंप खराब हैं ऐसे में लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। सुबह से ही हैंडपंपों में भीड़ लग जाती है। पानी को लेकर आए दिन विवाद भी होता है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार भी इस समस्या के निराकरण के लिए ध्यान नहीं दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 May 2019 11:40 PM (IST) Updated:Sun, 12 May 2019 06:28 AM (IST)
बूंद - बूंद पानी को तरस रहे मकदूमपुर के लोग
बूंद - बूंद पानी को तरस रहे मकदूमपुर के लोग

संसू, कसेंदा : नेवादा विकास खंड के मकदूमपुर गांव के लोग इस समय बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। गांव में लगे अधिकतर हैंडपंप खराब हैं, ऐसे में लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। सुबह से ही हैंडपंपों में भीड़ लग जाती है। पानी को लेकर आए दिन विवाद भी होता है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार भी इस समस्या के निराकरण के लिए ध्यान नहीं दे रहे हैं।

विकास खंड नेवादा के मकदूमपुर गांव के लोग इन दिनों बूंद-बूंद पानी के लिए परेशान है। करीब तीन हजार की आबादी वाले गांव के लोगों के पानी पीने के लिए 36 हैंडपंप लगाए गए थे। इनमें से मात्र 10 हैंडपंप ही पानी दे रहे हैं। गर्मी के साथ ही गांव में जल संकट गहराने लगा है। कुछ हैंडपंपों में गांव के ही लोगों ने मोटर डाल रखी है, इसके कारण गांव के लोग परेशान हैं। पीने के पानी के लिए उनको दर-दर भटक रहे हैं। अमीर परिवार के लोगों ने अपनी सुविधा के अनुसार निजी हैंडपंप लगवा लिया है। गरीब परिवार के लोगों के सामने सब से अधिक संकट खड़ा हो गया है। ग्रामीणों ने जल निगम के साथ ही अन्य अधिकारियों से इस मामले की शिकायत की, लेकिन समाधान नहीं हुआ। गांव के वसीम, अबरार, अतीक, चुन्नू अहमद ने बताया कि गांव में लगे दो दर्जन से अधिक खराब हैंडपंपों को बनवाने के लिए ग्राम प्रधान और अन्य जिम्मेदारों ने मोटी रकम निकाल लिया है। इसके बाद भी हैंडपंपों की हालत में कोई सुधार नहीं हो पा रहा है। - गांव में लगे तीन दर्जन से अधिक हैंडपंपों में से दो दर्जन हैंडपंप पानी देना बंद कर दिए हैं, जिससे लोंगों को पानी की परेशानी होती है।

- सरफराज - हैंडपंपों में गांव के ही कुछ लोगों ने मोटर लगा ली, जिससे हैंडपंपों की संख्या और कम हो गई। कई बार शिकायत की सुनवाई नहीं हुई।

- ऐराक

- गर्मी की तपन आते ही हैंडपंप पानी देना बंद करने लगे हैं। दो दर्जन हैंडपंप खराब होने से पीने के पानी के लिए काफी दिक्कते उठानी पड़ती है।

- दीपू

- गांव के दक्षिण बसे 30- 40 घर के परिवार के लोगों को एक ही हैंडपंप के सहारे हैं। लाइन में लगने के बाद पानी मिल पाता है।

-वसीम अहमद

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