ऐतिहासिक कुप्पी युद्ध आज से, तैयारी पूरी

धनराजि ¨सह, सिराथू : यूं तो प्रदेश भर में दशहरा का पर्व मनाया जाता है लेकिन कौशांबी जनपद के दारानगर का ऐतिहासिक कुप्पी युद्ध पूरे प्रदेश में विशेष है। विजयदशमी व एकादशी के दिन राम दल व रावण सेना के मध्य जोरदार युद्ध होगा। इस युद्ध की वजह से दारानगर की छाप पूरे में प्रदेश में हैं। इसे देखने के लिए प्रदेश भर से लोग आते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Oct 2018 07:44 PM (IST) Updated:Fri, 19 Oct 2018 12:46 AM (IST)
ऐतिहासिक कुप्पी युद्ध आज से, तैयारी पूरी
ऐतिहासिक कुप्पी युद्ध आज से, तैयारी पूरी

धनराजि ¨सह, सिराथू : यूं तो प्रदेश भर में दशहरा का पर्व मनाया जाता है लेकिन कौशांबी जनपद के दारानगर का ऐतिहासिक कुप्पी युद्ध पूरे प्रदेश में विशेष है। विजयदशमी व एकादशी के दिन राम दल व रावण सेना के मध्य जोरदार युद्ध होगा। इससे दारानगर की छाप पूरे में प्रदेश में हैं। इसे देखने के लिए प्रदेश भर से लोग आते हैं।

सिराथू क्षेत्र के दारानगर की रामलीला का कुप्पी युद्ध म्योहरा गांव के गिरधरपुर गढ़ी गांव के मैदान में कराया जाएगा। दो दिवसीय कुप्पी युद्ध शुक्रवार से शुरू होगा। इसे देखने के लिए आसपास के कई जिले और प्रदेश भर से लोग आते हैं। विजय दशमी के दिन तीन चक्रों में तथा एकादशी के दिन चार चक्रों में राम व रावण सेना के बीच युद्ध होगा। हर चक्र में 10 मिनट तक लड़ाई होगी और इस दौरान दोनों दल से 20-20 सदस्य शामिल होंगे। रणभूमि में राम दल की सेना भगवा और रावण दल की सेना काले वस्त्र धारण करेगी। युद्ध में पांच संचालक रहेंगे। जिनकी सीटी बजते ही दोनों दलों के लोग एक-दूसरे पर प्लास्टिक की कुप्पी से मार करने लगेंगे। युद्ध का विराम सीटी बजने के साथ होगा। यहां पर ¨हदू व मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग उपस्थित रहेंगे और आपसी सौहार्द व भाई चारा के साथ इसे मनाएंगे। घायलों के लिए रामबाण रणभूमि की मिट्टी

दारानगर के ऐतिहासिक रामलीला के गढ़ी रणभूमि की मिट्टी युद्ध के दौरान घायल हुए लोगों के लिए रामबाण है। दोनों सेनाओं के बीच होने वाले युद्ध के दौरान घायल हुए सेनानियों को यहां की मिट्टी लगाई जाती है। इस मिट्टी से न सिर्फ रक्तश्राव बंद होता है बल्कि उनके जख्मों के निशान भी भर जाते हैं।

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