जुलूस-ए-मोहम्मदिया निकाल मुल्क में अमन की दुआ

जागरण संवाददाता कानपुर देहात अकबरपुर सहित जिले के कस्बों और गांवों में मुस्लिम समाज के

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 08:08 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 08:08 PM (IST)
जुलूस-ए-मोहम्मदिया निकाल मुल्क में अमन की दुआ
जुलूस-ए-मोहम्मदिया निकाल मुल्क में अमन की दुआ

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : अकबरपुर सहित जिले के कस्बों और गांवों में मुस्लिम समाज के लोगों ने जुलूस ए मोहम्मदिया निकालकर बारावफात धूमधाम से मनाया। जोशीले नारे लगाकर हजरत मोहम्मद

साहब के जन्मदिन पर खुशियां मनाई। बुरे समय में मददगार बनने वाला अल्लाह का बंदा होता है मोहम्मद साहब का पैगाम लोगों को सुना भाईचारा से रहने का संदेश दिया।

कस्बा अकबरपुर में शहर काजी उवैश अख्तर रजा के निर्देशन में जुलूस ए मोहम्मदिया निकाला गया। कस्बे के गलियों से होकर गुजरे जुलूस में बच्चों व बड़ों ने जोशीले नारे लगाकर इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरम मोहम्मद साहब के बताए हुए रास्ते पर चलने का संदेश दिया। हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक कस्बा अकबरपुर में हिन्दू धर्म के लोगों ने शामिल हो जुलूस की शोभा बढ़ाई। वहीं राम लीला समिति के अध्यक्ष मनोज निगम, पूर्व चेयरमैन जितेंद्र सिंह गुड्डन, महामंत्री सुनील गुप्ता, अशोक मिश्रा, जहान सिंह, मयंक शुक्ला, गोपाल सैनी, दुर्गेश शर्मा ने अयोध्यापुरी मैदान में शहर काजी उवैश अख्तर रजा, मोहम्मद अदनान, डान टेलर आदि लोगों को पगड़ी शाल पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत कर गले मिले। हिन्दू व मुस्लिम धर्म के लोगों ने अलग अलग स्थानों पर पानी की बोतल व फ्रूटी, मिष्ठान, शर्बत, फल आदि का वितरण किया। अयोध्या नगर में राजू राइन सभासद ने बूंदी वितरित की। इस दौरान सभासद कामिल खान, सभासद हसीब कुरैशी मौजूद रहे। बदलापुर से चलकर आए जुलूस-ए-मोहम्मदी का अकबरपुर चौराहे पर फूलों की वर्षा कर स्वागत किया गया। लोग एक दूसरे से गले मिले। अल्पसंख्यक सभा के जिलाध्यक्ष शेखू खान, सभासद भूरा पाल, श्यामू शुक्ला, मुन्ना खान, राजू खान, सभासद सनत शुक्ला, इरफान खान, सलीम मौजूद रहे। वहीं पातेपुर गांव में भी मोहम्मदिया जुलूस शान ओ शौकत से निकाल बच्चों और बड़ों ने खुशियां मनाई। झींझक व संदलपुर में ईद-उल-मिलादुन्नबी (बारावफात) का पर्व धूमधाम से मनाया गया। मुस्लिम समाज के लोगों ने जुलूस निकालकर भाईचारे का पैगाम दिया। हजरत मोहम्मद साहब का जीवन में आने का उद्देश्य मोहब्बत था। वह हर व्यक्ति तक मोहब्बत का पैगाम पहुंचाना चाहते थे। मोहब्बत से जीना ही जिदगी है दूसरों के बुरे समय में मददगार बनने वाला अल्लाह का नेक बंदा होता है। जो दूसरों की मदद करता है अल्लाह उस पर रहमत बरसाते हैं। झींझक में शहर काजी यूसुफ रजा कादरी की निर्देशन में जुलूस निकाला गया। जिसने देखा मेरे नवी की शान बच्चा बच्चा है कुर्बान, जुलूस-ए-मोहम्मदिया जारी रहेगा नारे लगाते हुए पूरे नगर में घूमा। डा. सफी, मोहम्मद अनवर चिश्ती, शकील टेलर, तफसीरुल हक, साबिर हुसेन सिद्दीकी, शमीम अहमद, मतीन अहमद, ईदुल रहे। संदलपुर में शहर काजी मोहम्मद कदीर अहमद के निर्देशन में जुलूस निकाला गया। इस दौरान मोहम्मद कैफ, राजू खान, जुबैर अहमद मौजूद रहे। मूसानगर के जुलूस में बच्चे बूढ़े एक साथ नारेबाजी करते हुए चल रहे थे। विभिन्न मुहल्लों से उठे जुलूस जिसमें मदरसों में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चे मुगल रोड स्थित हजरत पहलवान शाह बाबा की मजार पर एकत्रित हुए मुगल रोड से जुलूस नारेबाजी करते हुए नगर पंचायत ईदगाह के सदर इमाम हाफिज मुईन की अगुवाई में मुगल रोड से हजरत खामोश शाह बाबा की मजार पर पहुंचा फातिहा पढ़ने के साथ तकरीर भी की गई। भाईचारे के साथ जीवन यापन कर देश में अमन चैन कायम रखने की बात कही गई। रसूलाबाद में हजरत मोहम्मद साहब के जन्म दिवस पर कस्बे के प्रमुख मार्गों से भारी जुलूस इस्लामी झंडा जिदाबाद नारों के साथ निकला। आजाद चौक पर मोहम्मद साहब के संदेशों का गुणगान करते हुए प्रेम और आपसी सौहा‌र्द्र बनाए रखने की सलाह दी गई। इस मौके पर प्रमुख रूप से हाजी फैजान खान, मौलाना कुतुबुद्दीन, मौलाना नायाब, हाफिज मेहताब, मौलाना मुरसलीन, अजीजुर्रहमान, अतहर खां भुट्टो, अकील अहमद पट्टा, सफीक खान, अकील खान, सानू रहे।

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