गहे भरत पुनि प्रभु पद पंकज ..स्वर गूंजते ही नम हुईं आंखें
गहे भरत पुनि प्रभु पद पंकज ..स्वर गूंजते ही नम हुईं आंखें
संवाद सहयोगी, रसूलाबाद : कहिजरी में हो रही रामलीला के 11वें दिन भरत मिलाप लीला का मंचन क्षेत्रीय बाल कलाकारों ने किया। यहां गहे भरत पुनि प्रभु पद पंकज, नमत जिन्हहि सुर मुनि शंकर अज। परे भूमि नहीं उठत उठाए, बर करि कृपासिधु उर लाए के स्वर गूंज संग दोनों भाई गले मिले तो दर्शकों की आंखें नम हो गई।
कहिजरी की रामलीला 3 अक्टूबर को राम वन गमन से प्रारंभ हुई थी। लीला में शनिवार की रात बाल कलाकारों में राम का
अभिनय कर रहे पंकज शुक्ला, लक्ष्मण के अभिनय में रितिक मिश्र, भरत धीरज त्रिवेदी, शत्रुघ्न देवर्षि शुक्ला, हनुमान हिमांशु तिवारी, अंगद मृदुल अवस्थी, सुग्रीव निशू दीक्षित आदि ने भरत मिलाप लीला का मंचन किया। अयोध्या नगर के बाहर ही मिलने पहुंचे भरत भगवान राम को देखते ही उनके चरणों में साष्टांग गिर पड़े और भाई को चरणों में गिरते ही भगवान राम ने उठाकर अपने हृदय से लगा लिया। दोनों बहुत दूर देर एक दूसरे की बाहों में जकड़े चलते रहे। इस दौरान उनके नेत्रों से अविरल अश्रु धारा बहती रही। लक्ष्मण ने भरत के चरण वंदन किए और शत्रुघ्न ने राम और लक्ष्मण के चरण छुए। मां सीता के भरत ने चरण छुए। भवन पहुंचकर भगवान राम सबसे पहले गुरु वशिष्ठ के चरणों में गिरे और उन्हें साष्टांग दंडवत किया। बाद माताओं से मिले यहां मनोज दीक्षित, ओम प्रकाश शुक्ला, प्रकाश बाजपेई, बाबू दुबे, नन्हे तिवारी, नारायण त्रिवेदी, गोलू शुक्ला, बबलू शुक्ला, नरेश दीक्षित आदि मौजूद रहे।
राम राज्याभिषेक होते ही छाई खुशी
कहिजरी की रामलीला में रविवार को शरद पूर्णिमा पर श्रीराम का राज्याभिषेक किया गया। इसके साथ ही खुशी छा गई।
रामलीला में श्रीराम, सीता जी व लक्ष्मण के अयोध्या वापसी की लीला के बाद उनके सिंहासनारूढ़ होने की लीला का मंचन किया गया। पहले श्री राम और सीता जी के गुरु वशिष्ठ ने तिलक किया। श्रीराम की मां कौशल्या सहित कैकेई, सुमित्रा आदि ने भी तिलक किया। महिलाओं ने मंगल गीत गाए। चारों ओर श्रीराम के जयकारे लगने लगे। देवताओं ने भी आकाश से पुष्प वर्षा की। इस पर माहौल बेहद खुशनुमा हो गया। यहां रामलीला कमेटी के अध्यक्ष मनोज दीक्षित, बाबू दुबे, नरेश दीक्षित, चंद्र प्रकाश उर्फ बबलू शुक्ला, दीपक सैनी, बाबू दुबे, प्रकाश शुक्ला, प्रकाश बाजपेई, नन्हे तिवारी, नारायण त्रिवेदी, गोलू शुक्ला, बबलू शुक्ला आदि मौजूद रहे।