बारिश में 15 फीसद फसल बर्बाद
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: फरवरी माह की शुरूआत में हुई जोरदार बारिश के बाद फ
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: फरवरी माह की शुरूआत में हुई जोरदार बारिश के बाद फसलों को नुकसान पहुंचने पर बीमा कंपनी की ओर से जिले की 156 ग्राम पंचायतों में किये गए रैंडम सर्वे में अधिकतम 15 फीसदी चना, सरसों व गेहूं की फसलों को नुकसान होने का आंकलन किया गया है। 50 फीसद से कम नुकसान होने के चलते किसानों को क्लेम नहीं मिल सकेगा।
जिले में अधिसूचित फसलों पर टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी ने केसीसी के जरिये 62261 किसानों का बीमा किया है। बीमा कंपनी में 23 करोड़ 91 लाख 7266 रुपये कुल प्रीमियम जमा किया है। फरवरी शुरूआत में मौसम का रुख बदलने से दो दिन तक तेज बारिश होती रही। इससे फूल रही चना, राई, सरसों व गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा था। बीमा कंपनी ने क्षति आंकलन शुरू किया था। ताकि सर्वे के बाद फसल बर्बादी की स्थिति पाये जाने पर किसानों को फौरी क्लेम दिया जा सके। बीमा कंपनी ने सभी दस ब्लाकों की 156 ग्राम पंचायतों में रैंडम सर्वे किया है, जिसमे जिलेभर में 20 फीसदी फसलें प्रभावित होने के साथ ही अधिकतम 15 फीसद चना, सरसों व गेहूं को नुकसान पहुंचने का आंकलन किया गया है। सबसे अधिक अमरौधा ब्लाक में 15 फीसद तथा सबसे कम झींझक व राजपुर ब्लाक में 5-5 फीसद फसल बर्बाद हुई है। बीमा कंपनी ने रिपोर्ट उपनिदेशक कृषि को भेजी है।
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156 ग्राम पंचायतों में रैंडम सर्वे कराया गया है। नुकसान का सर्वे करने की इकाई ग्राम पंचायत होती है। 50 फीसद तक फसल बर्बाद होने पर क्लेम दिया जाता है।
-नीरज कुमार (जिला प्रतिनिधि टाटा एआईजी)
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बीमा कंपनी ने जिले में अधिकतम 15 फीसद तक चना, मटर व गेहूं की फसल क्षति आंकलन की रिपोर्ट दी है, जिसे शासन को भेजा जाएगा।
-विनोद कुमार यादव (उपनिदेशक कृषि)
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सर्वे के बाद ब्लाकवार फसल नुकसान
विकासखंड सर्वे ग्रापं नुकसान (प्रति)
अमरौधा 14 15
रसूलाबाद 13 13
अकबरपुर 24 10
सरवनखेड़ा 23 10
झींझक 12 5
डेरापुर 15 10
मैथा 14 10
संदलपुर 16 10
राजपुर 10 5
मलासा 15 10