मैडम ! मेरा पति साइको है, छत से कूदने के लिए कहता है Kanpur News

पीडि़त महिलाओं ने राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष को अपनी व्यथा सुनायी।

By AbhishekEdited By: Publish:Wed, 18 Sep 2019 08:29 AM (IST) Updated:Wed, 18 Sep 2019 08:29 AM (IST)
मैडम ! मेरा पति साइको है, छत से कूदने के लिए कहता है Kanpur News
मैडम ! मेरा पति साइको है, छत से कूदने के लिए कहता है Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। मैडम! मेरा पति साइको (मानसिक बीमार) है। छत से कूदने के लिए कहता है, कमरा बंद करके मारता है। छह माह पहले घर से निकाल दिया था। माधवपुरम आइआइटी सोसाइटी की निवासी एक महिला यह कहते ही फूट-फूटकर रोने लगी। उसकी पीड़ा सुनकर राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने न्याय का भरोसा दिया।

पीडि़ता ने बयां की दर्द भरी कहानी

पीडि़ता ने बताया कि कन्नौज के बेहटा निवासी व्यक्ति से नवंबर 2017 में उनकी शादी हुई थी। आरोप लगाया कि पति के लगातार मारपीट करने के चलते पैदा हुई बेटी की जन्म के पांच घंटे बाद ही मौत हो गई। राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी ने उन्हे शांत कराया और कार्रवाई के लिए कल्याणपुर एसओ को फोन करते हुए तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश दिया।

जनसुनवाई में सुनी महिलाओं की पीड़ा

सर्किट हाउस में मंगलवार को राज्य महिला आयोग की ओर से जन सुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें 40 पीडि़ताओं ने अपनी व्यथा सुनाई। इस दौरान राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर, एसपी साउथ रवीना त्यागी, जिला प्रोबेशन अधिकारी अजीत कुमार, महिला थाना पुलिस और आशा ज्योति केंद्र की सदस्याएं उपस्थित रहीं।

चार माह से गायब है पति, बेटियों को लेकर पहुंची महिला

कल्याणपुर की रेनू की शादी फरवरी 2010 को कन्नौज गुरसहायगंज निवासी मोहित से हुई थी। रेनू ने बताया कि पांच सितंबर 2015 से पति गायब है। ससुराल वाले जानते हैं, लेकिन कोई बता नहीं रहा। काफी कहने के बाद पुलिस में भी सूचना नहीं दी। अप्रैल 2016 को मैंने गुमशुदगी दर्ज कराई तो ससुराल वालों ने मुझे घर से निकाल दिया और अब मुकदमा कर रहे हैं। दो बेटियों को लेकर कहां जाऊं। आयोग की उपाध्यक्ष ने कल्याणपुर पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

सीएचसी अधीक्षक मांग रहे पैसा

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पतारा में स्वास्थ्य निरीक्षिका के पद पर कार्यरत मधु मिश्रा अक्टूबर 2016 में रिटायर हो गई थीं। आयोग की उपाध्यक्ष से उन्होंने कहा कि विभाग में उनकी ज्वाइनिंग 1981 में हुई थी, लेकिन वर्ष 2006 से वर्ष 2016 तक का पीएफ दिया गया। जब विभाग में शिकायत की तो शेष पीएफ की धनराशि के लिए फाइल आगे बढ़ी, लेकिन अब सीएचसी अधीक्षक पैसा मांग रहे हैं। इस पर राज्य आयोग की उपाध्यक्ष ने सीएमओ को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

हर पीडि़ता को दिलाएंगे इंसाफ

राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी ने कहा कि हर पीडि़ता को इंसाफ दिलाना ही हमारा लक्ष्य है। यह सही है कि घरेलू ङ्क्षहसा से पीडि़त महिलाओं के मामले ज्यादा बढ़ रहे हैं। इसीलिए आयोग भी प्रत्येक जिले में जन सुनवाई कार्यक्रम आयोजित कर रहा है ताकि पीडि़ताओं को जल्द इंसाफ मिले। जनसुनवाई के बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं।

जेल में महिलाओं से मिली उपाध्यक्ष

राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी मंगलवार को जिला कारागार पहुंची और महिला बैरक में महिलाओं का हालचाल पूछा। उन्होंने महिलाओं से उनके मुकदमे और पेशी को लेकर सवाल किए और शिकायतों के बारे में भी पूछा।

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