Metro Kanpur News: मेट्रो के लिए पहला यू गार्डर रखा, जल्द शुरू होगा ट्रैक बिछाने का काम
मुख्य सचिव ने मेट्रो प्रबंध निदेशक की मौजूदगी में शुभारंभ किया है आइआइटी से मोतीझील तक 638 यू गार्डर रखे जाने है।
कानपुर : शहर में बन रहे मेट्रो के पहले कॉरीडोर में उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने मंगलवार रात पहला यू गार्डर रखा। हवन-पूजन के बाद देर रात मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव की मौजूदगी में बटन दबाकर इस कार्य का शुभारंभ किया। आइआइटी स्टेशन के पास पिलर नंबर 17 व 18 पर शुरुआत के बाद पहले चरण में 638 यू गार्डर रखे जाने हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 15 नवंबर 2019 को मेट्रो की आधारशिला रखी थी। किसी भी शहर के आर्थिक और सामाजिक जीवन के लिए मेट्रो बहुत जरूरी है और पॉल्यूशन फ्री ट्रांसपोर्ट से हमारी बहुत सी समस्याएं दूर हो जाती है।
उन्होंने कहा कि मार्च के बाद कोरोना संक्रमण के चलते आशंका थी कि कहीं काम ज्यादा समय के लिए न रुक जाए लेकिन मेट्रो प्रबंधन ने अप्रैल में ही काम शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि मेट्रो प्रबंधन ने आश्वस्त किया है कि कोरोना के बावजूद समय से मेट्रो चलाकर दिखाएंगे उन्होंने कहा कि कानपुर मेट्रो रिकॉर्ड समय में अपना काम पूरा करेगी। मंडलायुक्त सुधीर बोबडे, परियोजना निदेशक अरविंद कुमार आदि अधिकारी उपस्थित थे।
ये है पहला कॉरीडोर
मेट्रो का पहला कॉरीडोर आइआइटी से मोतीझील के बीच नौ किमी लंबा बन रहा है। इस हिस्से में मेट्रो जमीन के ऊपर रहेगी। मेट्रो के कार्य में सबसे पहले पिलर बनाए जाते हैं। इसके बाद पिलर पर पियर कैप लगाई जाती है और उसके बाद गार्डर रखे जाते हैं।
अब तक हो चुका काम
अब तक मेट्रो इस रूट पर 1,380 पाइल (गड्ढे करना) बना चुका है। उसे कुल 2,330 पाइल करने हैं। इसके अलावा 114 पिलर भी खड़े किए जा चुके हैं। मेट्रो आइआइटी स्टेशन पर 16 डबल टी गार्डर बना चुका है। इस माह की शुरुआत तक मेट्रो कानपुर में 122 पाइल कैप, 44 पियर कैप, 78 यू गार्डर, 57 डबल डी गार्डर की ढलाई कर चुका है।
कानपुर में पहली बार डबल टी गार्डर
मेट्रो कानपुर में पहली बार डबल टी गार्डर का इस्तेमाल कर रहा है। इससे प्लेटफॉर्म की फिनिशिंग और अच्छी होगी और समय की भी बचत होगी।