औरैया: मां का सपना पूरा करने के लिए बन गया फर्जी इंटेलिजेंस आफिसर, पुलिस ने इस तरह दबोचा

आरोपित नरेंद्र सिंह का कहना है कि उसकी मां का सपना था कि उसका बेटा इंटेलिजेंस ब्यूरो में अफसर बने। सपना पूरा न होने पर उसने यह गलत रास्ता अपना लिया। अब पुलिस पता लगा रही है कि यह लोग आखिर औरैया में क्या कर रहे थे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 03:30 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 03:30 PM (IST)
औरैया: मां का सपना पूरा करने के लिए बन गया फर्जी इंटेलिजेंस आफिसर, पुलिस ने इस तरह दबोचा
दिबियापुर तिराहा के पास खड़ी कार में पूछताछ के बाद हुआ खुलासा।

औरैया, जागरण संवाददाता। शुक्रवार दोपहर करीब ढाई बजे सदर कोतवाली क्षेत्र के दिबियापुर तिराहा पर एक कार में बैठे तीन लोगों को संदिग्ध देकर पुलिस अधीक्षक ने उनसे पूछताछ की। कार के आगे इंटेलिजेंस आफिसर का बोर्ड लगा हुआ था। संदेह होने पर उनसे पहचान पत्र मांगे गए। इसमें खुद को इंटेलिजेंस आफिसर बताने वाला नरेंद्र सिंह पुत्र सेठ सिंह निवासी बिलासपुर छत्तीसगढ़ फर्जी मिला। आरोपित के साथ उसके साथियों को हिरासत में लिया गया। 

सदर कोतवाली क्षेत्र के दिबियापुर तिराहा से होकर ककोर की ओर जा रहे पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा को सड़क किनारे एक कार खड़ी नजर आई। जिस पर वह रुक गए और साथ चल रही मातहतों को सजग किया। इसके बाद कार में बैठे लोगों से पूछताछ की गई। नंबर प्लेट के पास इंटेलिजेंस आफिसर का बोर्ड लगा होने पर उन्होंने इस विषय में जानकारी की। उनके सवालों का जवाब देने में सभी घबराने लगे। इस पर संदेह गहरा गया। खुद को अधिकारी बता रहे नरेंद्र सिंह पुत्र सेठ सिंह से पहचान पत्र मांगा तो वह जांच में फर्जी मिला। इसके बाद कार को कब्जे में लेकर आरोपितों को कोतवाली लाया गया।

अभिषेक वर्मा ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। जैसा कि आरोपित नरेंद्र सिंह का कहना है कि उसकी मां का सपना था कि उसका बेटा इंटेलिजेंस ब्यूरो में अफसर बने। सपना पूरा न होने पर उसने यह गलत रास्ता अपना लिया। पता लगाया जा रहा है कि यह लोग आखिर औरैया में क्या कर रहे थे। पूछताछ जारी है। अन्य आरोपितों से भी गहनता से जानकारी की जा रही है। वहीं इसकी सूचना इंटेलिजेंस के अधिकारियों को भी दी गई है। आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेजा जाएगा।

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