चलते रहिए आपके पीछे आएगा सामान
तमिलनाडु के छात्रों ने बनाई सेंसर चलित ट्रॉली। जमीन, पहाड़ी और रेतीले क्षेत्रों में चलने में सक्षम
जागरण संवाददाता, कानपुर : हैकाथॉन में तमिलनाडु के बन्नारी अम्मन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनिय¨रग कालेज के छात्रों ने सेंसर चलित ट्रॉली बनाई है। यह जमीन, पहाड़ी, ऊबड़ खाबड़ और रेतीले क्षेत्रों में चलने में सक्षम है। इसमें 20 से 25 किग्रा तक सामान रखा जा सकता है। इसको एक छोटे से उपकरण के सहारे संचालित किया जा सकेगा। उपकरण शर्ट, बेल्ट और बैग में लगा सकते हैं। छात्रों के मुताबिक यह सेना के काफी काम आ सकेगा। जवान उपकरण, हथियार और अन्य सामान रख सकेंगे। इसमें छह पहिए लगे हैं। हर पहिए में अलग रॉकर सस्पेंशन है। अवरोध आने पर ये काम करेगा। एक पहिया अगर ऊपर नीचे होता है तो दूसरा उसे संभाल लेगा।
मुंबई के छात्रों ने बनाया बाइक सेम्युलेटर
मुंबई के टेरना इंजीनिय¨रग कालेज के छात्रों ने बाइक सेम्युलेटर बनाया है। इसे ड्राइविंग लाइसेंस के निर्माण के दौरान होने वाले टेस्ट में उपयोग किया जा सकता है। बाइक चलाने के दौरान आंखों पर खास तरह की कंप्यूटराइज्ड स्क्रीन लगाई जाएगी। इसमें चालक को स्पीड ब्रेकर, मोड़, गड्ढे से बचकर चालक को रास्ता तय करना होगा। ब्रेक, क्लच, हैंडल, हॉर्न आदि उपकरणों को साफ्टवेयर से अटैच किया गया है। अगर चालक कोई गलती करेगा तो सीधे साफ्टवेयर के पास संदेश पहुंच जाएगा। बाइक में ही बायोमीट्रिक सिस्टम लगा है। 30 हजार रुपये की बाइक की चेसिस और 15 हजार के उपकरण लगे हुए हैं। आइटी इंजीनिय¨रग के तीसरे वर्ष के गणेश कामले, अनिकेत चौरसिया, सागर, रितेश श्रीवास्तव, पूजा, अक्षय कुमार ने बनाया है।
तकनीकी संस्थाओं से आए विशेषज्ञ
प्रतियोगिता के लिए एमएचआरडी ने तकनीकी संस्थाओं, मल्टीनेशनल कंपनी के विशेषज्ञों को नियुक्त किया है। इनमें पुणे के विश्वजीत गोखले, श्रीकांत, प्रदीप चटर्जी, बेंगलुरु के गीन पॉल, चंडीगढ़ से विनीत राजकपूर को मेंटर नियुक्त किया गया है। आइआइटी कानपुर के इमेजिंग लैब के प्रो. जे रामकुमार, लैब इंचार्ज वीरेंद्र सिंह और अभिषेक वर्मा सहयोग कर रहे हैं।