स्वामी रामभद्राचार्य बोले, कोर्ट में रखेंगे भगवान राम का पक्ष, महाराणा प्रताप थे वशंज Chitrakoot News
कहा मुकदमे में रामजी नाबालिग हैं इसलिए वह उनका पक्ष रखेंगे।
चित्रकूट, जेएनएन। तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरुस्वामी रामभद्राचार्य ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने देश में राम के वंशजों की मौजूदगी की जानकारी मांगी है, हम उनका पक्ष कोर्ट में रखेंगे। रामायण से लेकर पौराणिक ग्रंथ गवाह हैं और हर पहलू पर बात रखी जाएगी ताकि अयोध्या में राम मंदिर बन सके।
स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि महाराणा प्रताप ही राम के वंशज थे। 18 पुराणों में राम का वर्णन है, बिना राम के कोई पुराण नहीं लिखा गया है। शिव पुराण में भी राम का उल्लेख है और स्कंद पुराण में अयोध्या को लेकर जानकारी मिलती है। कहा, वह खुद रामजी के गुरुकुल के वशिष्ठ गोत्रीय ब्राह्मण हैं। उनके पूर्वजों ने रामजी का नमक खाया है और सभी लोग नमक खा रहे हैं। इस मुकदमे में रामजी नाबालिग हैं, इसलिए वह उनका पक्ष रखेंगे।
केंद्र सरकार बनवा सकती है मंदिर
उन्होंने कहा कि जब केंद्र सरकार तीन तलाक विधेयक पास करवा सकती है और अनुच्छेद 370 व 35-ए हटवा सकती है तो राम मंदिर भी बनवा सकती है। यह कोई बड़ा काम नहीं है। उन्होंने कहा कि भगवान राम की जानकारी के लिए रामायण समेत पौराणिक ग्रंथ सब कुछ बताने में सक्षम हैं।