संक्षेप में पढ़िए - कानपुर नगर की शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी खबरें

कानपुर में शिक्षा के क्षेत्र में रोजाना अलग-अलग जगह से गतिविधियां होती रहती है। सोमवार भी शहर में शिक्षा विभाग से जुड़ी कई अहम खबरें मिली है। हम आपको यहां शिक्षा से जुड़ी हर छोटी-बड़ी खबरें बता रहे है।

By Abhishek VermaEdited By: Publish:Tue, 09 Aug 2022 07:19 AM (IST) Updated:Tue, 09 Aug 2022 07:19 AM (IST)
संक्षेप में पढ़िए - कानपुर नगर की शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी खबरें
कानपुर नगर में शिक्षा से जुड़ी खबरें।

कद्दू की फसल देगी कम लागत में ज्यादा मुनाफा

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय स्थित प्रसार निदेशालय के समन्वयक डा. एके सिंह ने किसानों को इस मौसम में कद्दू की फसलल बोने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि कद्दू के पक्के व कच्चे फलों को सब्जी के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसमें विटामिन ए, बी, सी और आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम व फाइवर प्रचुर मात्रा में होता है। इसे सामान्य तापमान पर हवा के ठीक संचार वाले स्थान पर भंडारित किया जा सकता है। कद्दू की बोआई का सही समय जुलाई में है, लेकिन देर से इसे अगस्त में भी बोया जा सकता है। सिंचाई की जरूरत कम होती है।

मिट्टी के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जीवाणु जरूरी

कृषि तकनीक अनुप्रयोग शोध संस्थान (अटारी) जोन तीन में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत दलहनी फसलों में पादप संरक्षण विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय समस्तीपुर (बिहार) के कुलपति डा. कृष्ण कुमार ने फसलों में रोग प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मिट्टी के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जीवाणुओं का अहम भूमिका है। दलहनी फसलें उगाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है। सूक्ष्म जीवाणुओं का उपयोग कर मिट्टी में जैव कार्बन की मात्रा बढ़ाई जा सकती है। इस दौरान अटारी के निदेशक डा. यूएस गौतम रहे। 

सीएसजेएमयू और एआइटीएच के छात्र साथ मिलकर करेंगे शोध

छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) और डा. अंबेडकर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी फार हैंडीकैप्ड (एआइटीएच) के छात्र-छात्राएं तकनीक अनुसंधान कार्य साथ मिलकर करेंगे। सोमवार को दोनों संस्थानों के बीच इस बाबत करार हुआ है। सीएसजेएमयू से यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी (यूआइईटी) की निदेशक डा. बृष्टि मित्रा और एआइटीएच से निदेशक प्रो. रचना अस्थाना ने करार पर हस्ताक्षर किए। कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि करार से दोनों संस्थानों में शैक्षणिक गतिविधियों, शिक्षकों व छात्रों के सहयोगी अनुसंधान को बल मिलेगा।

गांवों में कल से सुनाई जाएंगी क्रांतिकारियों की गौरवगाथा

छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के विद्यार्थी कल (बुधवार) से स्वतंत्रता सेनानियों व क्रांतिकारियों की गौरवगाथा खुद गांवों में जाकर सुनाएंगे। राज्यपाल के निर्देश पर यह विशेष कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग ने क्रांतिकारियों की कहानियों का आडियो भी तैयार किया है। कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि विश्वविद्यालय से जुड़े जिलों के 75 गांवों में एनएसएस व एनसीसी के छात्र, स्वयंसेवक संवाद करेंगे। 10 अगस्त को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल नेत्र जांच शिविर का उद्घाटन कर अभियान का शुभारंभ करेंगी।

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