50 से ज्यादा उम्र के पुलिसकर्मियों की अब कोविड अस्पताल और संक्रमितों मरीजों के आसपास नहीं ड्यूटी
पूर्वी जोन के एक थानेदार ने बीमार पुलिसकर्मियों की कोरोना ड्यूटी लगाना बंद कर दिया है। वह आठ घंटे ही काम ले रहे हैं। पश्चिम जोन के एक थाने में भी अस्पतालों के पास केवल उन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना काल में 50 वर्ष से ज्यादा और बीमार पुलिसकर्मियों को बचाने के लिए अधिकारियों ने फिर से प्रयास शुरू कर दिए हैं। ऐसे पुलिसकर्मियों की ड्यूटी कोविड अस्पतालों या संक्रमित मरीजों के आसपास नहीं लगाई जा रही है। कुछ थाना प्रभारियों ने तो आठ घंटे से ज्यादा काम लेना भी बंद कर दिया है। कोविड संक्रमण के चलते जिले में पुलिस के 40 अधिकारी व कर्मचारियों का इलाज चल रहा है। उनके परिवारीजन भी संक्रमित हैं, उन्हेंं भी आइसोलेट कराया गया है। पिछले दिनों महाराजपुर के एक पुलिसकर्मी की इलाज के दौरान मौत भी हो गई थी। इसके बाद से पुलिसकर्मी भयभीत हैं। सबसे ज्यादा परेशान वे पुलिसकर्मी हैं, जो पहले से ही बीमारियों से ग्रसित हैं या 50 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं। अधिकारियों ने इन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाते वक्त सतर्कता बरतने के लिए थानेदारों को निर्देश दिए हैं।
पूर्वी जोन के एक थानेदार ने बीमार पुलिसकर्मियों की कोरोना ड्यूटी लगाना बंद कर दिया है। वह आठ घंटे ही काम ले रहे हैं। पश्चिम जोन के एक थाने में भी अस्पतालों के पास केवल उन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर है। इन पुलिसकर्मियों को भी पीपीई किट व अन्य संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। डीसीपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि पहले से ही विभिन्न रोगों से परेशान पुलिस कर्मियों की ड्यूटी चौराहों, तिराहों या अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर नहीं लगाई जा रही है। अभी फोर्स की कमी भी है। पूरी फोर्स आने के बाद नए सिरे से ड्यूटी चार्ट तैयार कराया जाएगा।