विजय नगर में पाइप फटी, 22 मीटर धंसी सड़क
विजय नगर में सोमवार को जल निगम की मुख्य पाइप लाइन फट गई।
जागरण संवाददाता, कानपुर : विजय नगर में सोमवार को जल निगम की मुख्य पाइप लाइन फट गई। इसके चलते 22 मीटर तक सड़क धंस गई। जल निगम ने बैरीकेडिंग लगाकर एक तरफ का रास्ता बंद कर दिया। साथ ही गंगा बैराज से होने वाली छह करोड़ लीटर जलापूर्ति बंदकर दी। इससे दस लाख जनता को पीने के पानी के लिए जूझना पड़ा। फिलहाल लीकेज ठीक होने तक पांच दिन गंगा बैराज से जलापूर्ति बंद रहेगी। वहीं लोअर गंगा कैनाल से पिछले तीन दिन से जलापूर्ति बंद है,जिससे पांच लाख जनता परेशान है।
सोमवार को छपेड़ा पुलिया से विजय नगर जाने वाले रास्ते में सोमवार को 16 सौ एमएम की मुख्य पाइप लाइन फटने से शाम तक सड़क धंसना शुरू हो गई। इससे आसपास रहने वालों और दुकानदारों में खलबली मच गयी। थोड़ी देर में 22 मीटर तक सड़क धंस गयी। क्षेत्रीय लोगों ने वाहनों को बचाने के लिए चारों तरफ ईंटे रख दी। बाद में जल निगम की टीम ने पहुंचकर धंसी सड़क के चारों तरफ बैरीकेडिग लगाई। वहीं, लोअर गंगा कैनाल में अरमापुर स्थित पंपिग स्टेशन के पंप में बालू फंसने के कारण जलापूर्ति बंद है। मंगलवार तक जलापूर्ति सामान्य होने की उम्मीद है। कंपनी बाग चौराहा, काकादेव में दो जगह, विष्णुपुरी, दादानगर में एक एक जगह लीकेज होने के कारण कई दिनों तक बैराज से जलापूर्ति बंद रही। जल निगम के परियोजना प्रबंधक शमीम अख्तर में बताया कि मुख्य पाइप लाइन फट गई है। इसके चलते पांच दिन तक गंगा बैराज से जलापूर्ति बंद रहेगी।
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बैराज से जलापूर्ति बंद होने से यह इलाके रहे प्रभावित
साकेत नगर, निराला नगर, बर्रा दो से बर्रा आठ तक, गोविंदनगर, उस्मानपुर, काकादेव, सर्वोदय नगर, शास्त्रीचौक, शारदानगर, गीता नगर, फूलबाग, रामबाग, बेकनगंज, चटाई मोहाल, जनरलगंज, कमला टावर, दबौली समेत कई इलाकों में जलापूर्ति ठप हो गई।
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लोअर गंगा कैनाल से जलापूर्ति बंद होने से इन इलाकों में हुई दिक्कत
अशोक नगर, हर्षनगर, कौशलपुरी, दर्शनपुरवा, गांधीनगर, चमनगंज, बेकनगंज, पीरोड, परेड, बेनाझाबर, रामकृष्ण नगर, जवाहर नगर समेत कई इलाकों में जलापूर्ति ठप रही।
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जनता बोली
पिछले कई माह से अक्सर गंगा बैराज बंद हो जाने से क्षेत्र में पानी का संकट खड़ा हो जाता है। घटिया पाइप डालने वालों पर कार्रवाई की जाए।
- आयुष सिंह
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गर्मी में वैसे ही पानी की डिमांड ज्यादा रहती है, लेकिन इसके बाद भी जनता को भरपूर पानी नहीं मिल रहा है। घटिया पाइपों को बदला जाए।
- सोनल सचान