Leopard in Kanpur: वीएसएसडी कालेज से जंगल तक तेंदुआ की चहलकदमी जारी, आज ट्रैंकुलाइज कर पकड़ने का दावा
Leopard in Kanpur वीएसएसडी कालेज परिसर से बैराज तक शुक्रवार दोपहर को निगरानी की गई थी। वीएसएसडी कालेज के परिसर में वाइल्डलाइफ सेव अवर सोल टीम के सदस्य अनुज और कर्मवीर डीएफओ अरविंद यादव वाइल्ड लाइफ ट्रैकर अविरल ऋषभ समेत अन्य वन विभाग के अफसर पहुंचे थे।
कानपुर, जागरण संवाददाता। Leopard in Kanpur विगत एक सप्ताह में कानपुर शहर में तेंदुआ के न मिलने से दहशत का माहौल है। शनिवार पूरी रात वन विभाग के अफसरों व वाइल्ड लाइफ सेव अवर सोल टीम के सदस्यों ने तेंदुआ की तलाश की, लेकिन असफल रहे। अब कुछ ही देर में वाइल्ड लाइफ सेव अवर सोल टीम के अन्य सदस्य कानपुर आएंगे और तेंदुआ को पकड़ेंगे। डीएफओ अरविन्द यादव का कहना है कि हमारी टीम का पूरा प्रयास होगा कि आज ही तेंदुआ को ट्रैंकुलाइज कर पकड़ लें।
वीएसएसडी कालेज परिसर से बैराज तक की गई निगरानी : शुक्रवार दोपहर को वीएसएसडी कालेज के परिसर में वाइल्डलाइफ सेव अवर सोल टीम के सदस्य अनुज और कर्मवीर, डीएफओ अरविंद यादव, वाइल्ड लाइफ ट्रैकर अविरल, ऋषभ समेत अन्य वन विभाग के अफसर पहुंचे थे। वाहनों से उतरते ही सभी उस स्थान की ओर गए जहां पहली बार तेंदुआ के पदचिह्न मिले थे। तत्पश्चात टीम के सभी सदस्य घने जंगल की ओर गए जहां तेंदुआ को पकड़ने पिंजड़ा लगाया गया था। वाइल्डलाइफ सेव अवर सोल टीम के सदस्य इसके बाद कालेज के क्रीड़ा स्थल की ओर से होते हुए गंगा बैराज की ओर पहुंचे। टीम के सभी सदस्यों का कहना था कि तेंदुआ किसी एक स्थान पर नहीं रुक रहा। टीम के कुछ सदस्यों का कहना था कि तेंदुआ हर रात चहलकदमी कर रहा है।
पिंजरा नहीं हुआ बंद: वाइल्डलाइफ सेव अवर सोल टीम के सदस्य जब जंगल पहुंचे तो उन्होंने पिंजरे को देखा। सदस्यों के पास में ट्रैपिंग पिंजरा, अच्छी संख्या में ट्रैंकुलाइज गन हैं, जिनकी मदद से तेंदुआ को पकड़ लेंने का दावा किया जा रहा है। वहीं, सदस्यों ने आशंका जताई, कि जहां सबसे अधिक अंधेरा और शांत स्थान होगा, तेंदुआ वहीं छिपा होगा।