डिजिटल इंडिया के सपनों को साकार करेंगी समूह की महिलाएं, बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट सखी की पदस्थापना समारोह में बोली डीएम

कार्यक्रम के दौरान अमूल से संवद्ध बनास डेयरी के जिला दुग्ध उपार्जन अधिकारी ललित मिश्रा की ओर से दुग्ध उत्पादन समिति महेवा के लिए उपकरण उपलब्ध कराए गए। सीडीओ ने कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं को डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहित किया।

By Rahul MishraEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 03:49 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 03:49 PM (IST)
डिजिटल इंडिया के सपनों को साकार करेंगी समूह की महिलाएं, बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट सखी की पदस्थापना समारोह में बोली डीएम
इटावा में आयोजित किया गया बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट सखी की पदस्थापना समारोह। प्रतीकात्मक चित्र

कानपुर, जेएनएन। आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं डिजिटल इंडिया के सपनों को साकार करेंगी। महिला रोज नए आयाम को छू रही है इसलिए महिलाएं अपनी रूचि के क्षेत्र में आजीविका बढ़ाएं। अधिकारीगण उनकी हरसंभव सहायता के लिए तत्पर रहेगा।

यह बात आजीविका मिशन के तहत विकास भवन सभागार में शुक्रवार को आयोजित बैंकिंग कॉरस्पॉडेंट सखी की पदस्थापना समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में इटावा की जिलाधिकारी श्रुति सिंह ने कही। इस मौके पर उनके करकमलों से 54 बीसी सखी को प्रमाणपत्र दिए गए, ग्रामीण आजीविका एक्सप्रेस योजना अंतर्गत चकरनगर के सीमा देवी और राजकुमारी को वाहन की चाभी सौंपी गई। अमूल से संवद्ध बनास डेयरी के जिला दुग्ध उपार्जन अधिकारी ललित मिश्रा ने दुग्ध उत्पादन समिति महेवा के लिए उपकरण उपलब्ध कराए गए। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजा गणपति आर. ने महिलाओं को जिला प्रशासन की ओर से भरपूर सहयोग देने की बात कही। उपायुक्त स्वत: रोजगार बृजमोहन अम्बेड ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि बीसी सखी बैंकिंग सेवाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन तक सुलभ कराएगी। एलडीएम कृष्ण कुमार ने समूह को हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक की सीनियर मैनेजर ने कहा कि गरीबी किताबों से महसूस नहीं की जा सकती, गरीब लोग ही जानते हैं। जिला मिशन प्रबंधक संतोष कुशवाहा, दीपेंद्र सिंह तोमर, सूर्य नारायण पाण्डेय, जितेश श्रीवास्तव, विप्लव भूषण, धर्मेंद्र श्रीवास्तव, दशरथ सिंह, सर्वेश दीक्षित, प्रियंका तोमर सहित कई लाभार्थी महिलाएं मौजूद थीं।

मंजिल दूर है और रास्ते भी सख्त

समारोह मे लाभार्थी महिलाओं में वंदना, गुंजन, सीमा देवी, श्रुति गुप्ता ने कहा कि मंजिल दूर है और रास्ते कठिन हैं लेकिन हमारे हौसले बुलंद है। अब ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर घुंघट के तले पल रहे सपनों को पंख मिले है। हम सरकार के डिजिटल इंडिया के सपनों को भी सरकार करेंगे। वही दुग्ध उत्पादन समिति के सुमन ने कहा कि सभी चीजें पशुओं के लिए महंगी मिलती है और हमारा दूध सस्ता बिकता है। अमूल से जुड़ाव के बाद हमें उचित मूल्य प्राप्त होगा।

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