कब्र से निकाला था शव पर पता नहीं मौत का कारण, क्या उलझी गुत्थी को सुलझा पाएगी कानपुर पुलिस

कानपुर के कर्नलगंज इलाके से एक संदिग्ध मौत का पेचीदा केस सामने आया है। पोस्टमार्टम में मौत का कारण तो स्पष्ट नहीं हुआ लेकिन डॉक्टरों के पैनल ने इसे हत्या मानने से किया इनकार है। बिसरा रिपोर्ट और विशेषज्ञों की सलाह पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 24 Jan 2022 02:51 PM (IST) Updated:Mon, 24 Jan 2022 02:51 PM (IST)
कब्र से निकाला था शव पर पता नहीं मौत का कारण, क्या उलझी गुत्थी को सुलझा पाएगी कानपुर पुलिस
डॉक्टरों की रिपोर्ट से पुलिस भी चकराई।

कानपुर, जागरण संवाददाता : कर्नलगंज ईदगाह कब्रिस्तान में कबाड़ की फेरी लगाने वाले नईम उर्फ राना की मौत के मामले में पुलिस ने शव कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम कराया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को देखकर पुलिस ने हत्या मानकर जांच आगे बढ़ाई थी, लेकिन पोस्टमार्टम करने वाले पैनल के डाक्टरों ने फिलहाल हत्या मानने से इंकार कर दिया है। ऐसे में इस मामले में अन्य विशेषज्ञों से भी राय मांगी गई है। विशेषज्ञों की राय और बिसरा रिपोर्ट आने के बाद अब आगे की कार्रवाई तय होगी। फिलहाल पुलिस ने हिरासत में लिए गए आरोपित को भी छोड़ने का फैसला किया है।

नईम की 16 जनवरी 2022 को संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। मामले में पत्नी ने फांसी लगाने का आरोप लगाया तो वहीं स्वजनों ने तकिया से मुंह दबाकर हत्या करने का आरोप नईम के साढ़ू के भाई मोनू पर लगाया था और उसके खिलाफ कर्नलगंज थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने जिलाधिकारी के आदेश पर शुक्रवार को कब्र से शव निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। शनिवार को तीन डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। जिसमें मौत का कारण स्पष्ट न होने से बिसरा सुरक्षित किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में खून जमा होने की बात सामने आई थी। माना यह गया कि सिर पर भारी वस्तु के प्रहार से चोट की गई है। बेहोश होने के बाद मुंह पर तकिया रखकर नईम की हत्या कर दी गई। मामले की जानकारी के बाद स्वजन ने मोनू को पकड़कर पुलिस के सिपुर्द किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या जैसी बात अंकित न होने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम करने वाले पैनल के डाक्टरों से संपर्क किया।

इंस्पेक्टर कर्नलगंज बलराम मिश्रा ने बताया कि डाक्टरों ने भारी वस्तु के प्रहार की बात को खारिज कर दिया है। उनका कहना था कि अगर कोई व्यक्ति अधिक शराब के नशे में लेटा है और उसकी अचानक मौत होती है तो सिर में खून जम जाता है। इसी तरह आंख के पास भी खून जमा हुआ। इस मामले को आत्महत्या भी नहीं कह सकते हैं। इस पर पुलिस ने अन्य विशेषज्ञों से राय मांगी है। अब पुलिस विशेषज्ञ की राय और बिसरा रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी।

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